प्रधानमंत्री के नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत कलेक्टर वेदप्रकाश ने जिले के 35 नशा प्रभावित गांवों को नशे से आजादी दिलाने के लिए अभिनव पहल की है। इसके अंतर्गत 9 जनवरी को सुबह से शाम तक यहां पर उक्त गांवों के बच्चों के बीच रंगोली, चित्रकारी आदि की प्रतियोगिता होगी। इसी तरह मैदान में 35 गांव के युवा स्पर्धा में कबड्डी-कबड्डी खेलते नजर आएंगे।
आयोजन के संबंध में कलेक्टर वेदप्रकाश ने बताया कि दरअसल इस तरह के आयोजन का मुख्य उद्देश्य ये है कि नशा प्रभावित गांवों के बच्चों व युवाओं में जनजागृति लाई जाए। उनमें आत्मविश्वास का संचार किया जाए। उन्हें ये विश्वास दिलाया जाए कि वे उपेक्षित नहीं हैं और जीवन को खुशहाल बनाने के रास्ते उनका इंतजार कर रहे हैं। इसलिए ये आयोजन किया जा रहा है। स्पर्धा में भाग लेने वाले बच्चों और युवाओं को सम्मान की अनुभूति हो, इसके लिए ही स्टेडियम में आकर्षक साज-सज्जा की गई है। प्रतिस्पर्धियों को ये अहसास कराने की कोशिश होगी कि उनके जरिए जिले में नशामुक्ति का संदेश प्रसारित होगा। विदित हो कि कलेक्टर वेदप्रकाश की योजना इस स्पर्धा के बाद गार्जियन यानी अभिभावक क्लब गठित करने की है। इस क्लब में सिर्फ बच्चे शामिल होंगे, जो कि अपनों से बड़े-बुजुर्गों को नशा करने से न सिर्फ रोकेंगे-टोकेंगे, बल्कि उन्हें सुरक्षित भविष्य और नशा से होने वाली घरेलू, सामाजिक हानियों के बारे में भी जागरूक करेंगे। नशे पर चोट करने की रणनीति के लिए बच्चों और युवाओं की सहभागिता पर केंद्रित कार्यक्रम अहम कड़ी हैं।