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नरसिंहपुर में तंबू तानकर हड़ताल पर बैठीं नर्सें, करेली, गाडरवारा, गोटेगांव में विरोध प्रदर्शन से दूरी

नरसिंहपुर। जिला अस्पताल गेट के पास शुक्रवार से स्थायी नर्सेस ने अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू की।

नरसिंहपुर। नर्सेस एसोसिएशन की शुक्रवार से शुरू हुई अनिश्चितकालीन हड़ताल के पहले दिन ही जिला मुख्यालय की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई नजर आईं। यहां स्थायी नर्सिंग स्टाफ ने जिला अस्पताल के मुख्य गेट के पास ही जहां तंबू तानकर 12 सूत्रीय मांगों को पूरा कराने आवाज बुलंद की तो वहीं अस्पताल के वार्डों में संविदा और प्रशिक्षण ले रहे स्टाफ ने व्यवस्थाएं संभाली। अस्पताल के इमरजेंसी वार्डो में कामकाज की रफ्तार धीमी रही, एसएनसीयू, लेबर रूम, पीकू, शिशु वार्ड आदि में भी कार्य प्रभावित रहा। हालांकि करेली, गोटेगांव, तेंदूखेड़ा, गाडरवारा, सांईखेड़ा आदि ब्लाकों में स्थायी नर्सें अपने काम में जुटी रहीं। विरोध-प्रदर्शन से इन्होंने दूरी बनाए रखी।
जिला मुख्यालय पर कर्मचारियों ने लंबित मांगों को लेकर जहां नारेबाजी की तो वहीं मांगें पूरी न होने से हो रही समस्याओं के साथ ही कोविडकाल में जोखिम उठाकर किए गए कार्यो को भी बताया। जिले भर में करीब पौने 200 स्थायी नर्सें कार्यरत हैं। जिसमें जिला अस्पताल की नर्सों समेत आसपास की नर्सेस द्वारा हड़ताल शुरू किए जाने से पहले दिन ही जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं पर असर देखा गया। इमरजेंसी सेवाओं के साथ ही अन्य वार्डो में जहां अनुभवी और स्थायी नर्सेस कार्यरत थीं वहां संविदा और नई भर्ती की नर्सेस को कार्य देखना पड़ा। हड़ताल में नर्सेस एसोसिएशन की जिला अध्यक्ष एम नाथ, कार्यकारी अध्यक्ष एमके राम, अर्चना जयवंत, उपाध्यक्ष सुनीता सचान, उज्जवल सिंह सहित पदाधिकारी दुर्गा सोनी, बिंदु तिवारी, अंजना रैकवार, उमा राव, जया नागरे, विनीता बिसेन, शिखा यादव, सुष्मिता विश्वकर्मा, यास्मीन मसीह, नीलम राजपूत, अंजना, सीमा, रत्ना, वंदना, मोनिका शर्मा, प्रिया सिंह बघेल, आरती सोनी सहित करीब 70 कर्मचारियों ने सहभागिता रही।
सीबीएमओ कहते रहे सूचना नहीं, कार्य जारी: करेली सीबीएमओ डॉ. विनय ठाकुर ने बताया कि ब्लाक में करीब 12 स्थायी नर्सें हैं जो कार्य कर रहीं हैं। उनकी तरफ से हड़ताल पर जाने संबंधी कोई सूचना नहीं मिली है। यही बात गाडरवारा सीबीएमओ डॉ.राकेश बोहरे, तेंदूखेड़ा सीबीएमओ डॉ. एसपी अहिरवार, गोटेगांव से डॉ. एसएस ठाकुर ने कही।

स्थायी नर्सों की हड़ताल से कार्य प्रभावित न हो और मरीजों की उचित देखभाल भी हो सके, इसके लिए संविदा स्टाफ से कार्य लिया जा रहा है। अभी करीब 20 प्रतिश्ात ही कार्य प्रभावित हो रहा है।
डॉ. मुकेश जैन, सीएमएचओ नरसिंहपुर