नरसिंहपुर: पत्रकार ललित श्रीवास्तव को अगवाकर हमला करने वाले सटोरिया रिक्की ठाकुर समेत तीन गिरफ्तार, अब जिलाबदर की तैयारी
नरसिंहपुर। शहर में स्टेशनगंज के सटोरिए आतंक मचाए हुए हैं।अवैध ब्याज वसूली और भोले-भाले लोगों की संपत्ति हड़पने के साथ-साथ वे जुआ-सट्टा भी खुलेआम खिला रहे हैं। इन अवैध धंधों का विरोध करने पर उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की कोशिशों से भी ये बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसा ही एक घटनाक्रम बीती बुधवार की रात तब देखने को मिला जब सट्टा माफिया ने जय रेवाखंड के जिलाध्यक्ष ललित श्रीवास्तव का अपहरण कर उनके साथ जमकर मारपीट की। जैसे-तैसे वे अपनी जान बचाकर थाने पहुंचे। जहां उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई। एसपी के अनुसार सटोरिए रिक्की ठाकुर के खिलाफ जिलाबदर की कार्रवाई की जा रही है। वहीं पत्रकारों के ज्ञापन के बाद गुरुवार देर शाम माफिया रिक्की ठाकुर और दो अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
स्टेशनगंज क्षेत्र का रहने वाला रिक्ककी ठाकुर लंबे समय से जुआ, सट्टा, अवैध शराब जैसे प्रतिबंधित कारोबार में लिप्त रहा है। इसे लेकर शहर के जागरूक नागरिकों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा था। इसी क्रम में पिछले दिनों जय रेवाखंड के जिलाध्यक्ष व मीडियाकर्मी ललित श्रीवास्तव ने एक स्टिंग कर इसके अवैध कारोबारों का वीडियो बनाकर उसे इंटरनेट माध्यमों पर प्रसारित कर दिया था। इसके बाद रिक्ककी ने ललित को जान से मारने की धमकी तक दी थी। हालांकि संबंधित व्यक्ति ने इस पर ध्यान नहीं दिया। बीती बुधवार की देर शाम जब ललित श्रीवास्तव दादा महाराज से लौट रहे थे तो रिक्ककी ठाकुर व उसकी गैंग के लोगों ने उन्हें रोककर अगवाकर लिया और हाइवे के पास किसी गार्डन के पास ले जाकर बुरी तरह से धुनाई कर दी।इसमें उनके सीने, चेहरे, हाथ-पैर में अंदरूनी चोटें आईं। इस घटनाक्रम में ललित किसी तरह से अपनी जान बचाकर भागे और सीधे स्टेशनगंज थाना पहुंचे। जहां उन्होंने आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई आैर उसने आरोपित रिक्की ठाकुर व अन्य के खिलाफ अपहरण की कोशिश, मारपीट, जबरिया रास्ता रोकथाम, जान से मारने की धमकी आदि के तहत अपराध दर्ज किया। पीड़ित का मेडिकल चेकअप भी देर रात कराया गया। गुरुवार को पत्रकारों के ज्ञापन के बाद एसपी विपुल श्रीवास्तव ने सजगता दिखाते हुए सटोरिये रिक्की ठाकुर व उसके दो गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया गया। खबर लिखे जाने तक आरोपियों से पूछताछ जारी थी।