नरसिंहपुर। तेंदूखेड़ा तहसील के सुआतला-बिलहरा गांव निवासी नाबालिग समेत तीन लोगों पर गैंगस्टर बनने का ऐसा शौक लगा कि वे अवैध हथियारों के व्यवसाय में कूद पड़े। बीते दिवस उनकी योजना राष्ट्रीय राजमार्ग पर लूट करने की भी थी लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें धरदबोचा। कारोबार में लिप्त आरोपित हाइवे पर बड़ी लूट करने के फिराक में थे।
जानकारी के अनुसार बीती 19 सितंबर को सूचना मिली कि कुछ लोग अवैध रूप से हथियार बेचने की फिराक में हैं। आशंका जताई गई कि वे किसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इस पर एसपी विपुल श्रीवास्तव के निर्देशन व एएसपी सुनील शिवहरे, एसडीओपी तेंदूखेड़ा मेहंती मरावी के मार्गदर्शन में टीम गठित की गई। सुआतला थाना प्रभारी ज्योति दिखित, बरमान चौकी प्रभारी संजय सूर्यवंशी, एएसआइ सुमित तिवारी, प्रधान आरक्षक आदित्य शर्मा, राधेश्याम, विजय मिश्रा, आरक्षक हसन रजा, धर्मेंद्र ठाकुर, शुभम कौशिक, रामराज वर्मा, साइबर सेल से अभिषेक, सना खान, अंकिता, सैनिक राजू, रूपेश, राजेंद्र व विनोद की विशेष टीम गठित की गई। टीम सदस्यों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के चप्पे-चप्पे पर आने-जाने वालों पर नजर रखनी शुरू की। इस दौरान जानकारी लगी कि परमधाम आश्रम के आगे धरमपुरी रोड सतधारा के पास कुछ संदिग्ध खड़े हैं। इन्हें पकड़ने के लिए जब टीम पहुंची तो इन्होंने खेत में लगी फसल की आड़ में भागने का असफल प्रयास किया। गिरफ्तार किए गए आरोपी दीपक उर्फ संजू उर्फ टाटा पिता रामविनोद प्रजापति सुआतला, शुभम राय पिता मुन्न्ालाल बिलेहरा समेत एक नाबालिग के पास से पुलिस को 1 पिस्टल, 3 देसी कट्टे व 2 जिंदा कारतूस बरामद हुए। आरोपितों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे इन हथियारों को बेचने के लिए ग्राहकों की तलाश में निकले थे। उनकी योजना हाइवे पर लूट करने की भी थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की है।