भोपाल। मध्यप्रदेश के निवाड़ी जिले में बोरवेल में गिरे चार साल के प्रहलाद की मौत हो गई। लगभग 90 घंटे तक चलाए गए राहत और बचाव कार्य के बाद भी सफलता नहीं मिल सकी। बच्चे को जब तक बाहर निकाला गया तबतक उसकी सांसे रूक गई थीं। उल्लेखनीय है कि चार नवम्बर को प्रहलाद खेलते-खेलते अपने खेत पर 200 फीट गहरे खोदे गए बोरवेल में गिर गया था और 60 फुट पर गहराई में फंस गया था।
सैतपुरा ग्राम में बोरवेल में फंसे बालक प्रहलाद के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए दु:खी परिवार को सांत्वना दी है तथा कहा है कि दु:ख की इस घड़ी में पूरा प्रदेश उनके साथ खड़ा है। सरकार की ओर से परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही उनके खेत में नया बोर करवाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रहलाद को बचाने के लिए सेना, एन.डी.आर.एफ., एस.डी.आर.एफ. ने 90 घंटे तक अथक परिश्रम किया परन्तु हम बालक को नहीं बचा पाए। इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए आवश्यक है कि हम अपने खेत में कोई भी बोर खुला न छोड़ें। इस तरह की थोड़ी सी लापरवाही से पहले भी कई मासूमों की जान जा चुकी है।