नरसिंहपुर। धन्ना सेठ शुगर मिल मालिकों की मनमर्जी के आगे अधिकारी -जनप्रतिनिधियों का कद बौना नजर आने लगा है। जिम्मेदार अपनी छवि को बचाने तबला वादन से लेकर गजल गायकी तक में हाथ आजमा रहे हैं। ताकि समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके। हालांकि इन टोटकों के विपरीत किसान समस्याओं से मुक्ति पाने इच्छा मृत्यु तक कि गुहार लगाने लगे हैं। इसका उदाहरण सांईखेड़ा ब्लाक के ग्राम सोकलपुर निवासी पारस पटेल हैं। जिन्होंने एक वर्ष से गन्ने का भुगतान न होने पर प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की है। मंगलवार को किसान ने जनसुनवाई में भी भुगतान की समस्या बताई थी।
साईंखेड़ा ब्लॉक के ग्राम सोकलपुर निवासी पारस पिता भैयाजी पटेल का कहना है कि उन्होंने प्रतीक इंडस्ट्रीज कंपनी पिठेहरा को गन्ना बेंचा था। उसके भुगतान के लिए वह एक वर्ष से परेशान है। आज तक गन्ना बेचने का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ है। कई बार स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन दिए। उच्चतम न्यायालय जबलपुर में भी याचिका दायर की थी जिसका आदेश उनके पक्ष में हुआ था परंतु आदेश का पालन उक्त कंपनी द्वारा नहीं किया गया। कई बार आवेदन प्रस्तुत किए गए लेकिन भुगतान अभी तक नहीं किया गया। किसान ने बीते दिनों कलेक्टर के नाम दिए आवेदन में अपनी पीड़ा जाहिर करने के साथ ही कहा है कि यदि कंपनी द्वारा 5 दिवस के भीतर गन्ना के पैसों का मैं ब्याज सहित भुगतान नहीं किया जाता है तो उनका पूरा परिवार आत्महत्या करने के लिए मजबूर होगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।किसान ने भुगतान के संबंध में न्यायालय द्वारा दिए गए आदेश की छायाप्रति सहित पूर्व में प्रशासन को दिए गए ज्ञापनों की प्रतियां भी दी हैं।