नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में शुक्रवार को आयोजित सर्वदलीय बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया। इस बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, केंद्रीय वित्त मंत्री, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री और संसदीय मामलों के केंद्रीय मंत्रियों ने भी हिस्सा लिया।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में कोविड-19 वैक्सीन निर्माण के 3 केन्द्रों अहमदाबाद, पुणे और हैदराबाद के दौरे में हुए अनुभव साझा करते हुए कहा कि तीन स्वदेशी टीकों समेत कुल 8 संभावित टीके भारत में परीक्षण के अलग-अलग चरण में हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संभावना है कि कोविड-19 का टीका आगामी कुछ हफ्तों में उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जैसे ही वैज्ञानिक इस टीके को स्वीकृति देते हैं भारत में टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा। केंद्र सरकार, राज्य सरकारों के साथ मिलकर ऐसे समूहों की पहचान कर रही है जिन्हें प्राथमिकता के आधार पर टीके लगाए जाएंगे, जिसमें स्वास्थ्यकर्मी, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारी तथा अधिक जोखिम वाली आम जनता जैसे वृद्ध और बीमारियों से पीड़ित लोग शामिल हैं।
टीकाकरण की व्यवस्था को प्रभावी करने के प्रयास के क्रम में स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों के आंकड़े, टीकों के संग्रहण के लिए ठंडे बक्सों की व्यवस्था, सिरिंज और नीडल की खरीद की तैयारी अगले चरण में हैं।
प्रधानमंत्री ने भारत की टीका वितरण में विशेषज्ञता और टीकाकरण के एक अनुभवी एवं बड़े नेटवर्क तथा क्षमता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह कोविड-19 टीकाकरण में भी हमारी मदद करेगा। राज्य सरकारों के साथ साझेदारी से अतिरिक्त कोल्ड चेन तथा अन्य व्यवस्थाएं की जाएंगी।
टीके के प्रशासन और वितरण के संबंध में कोविड-19 टीका सूचना तंत्र को-विन तैयार किया जा चुका है और जिला तथा राज्य स्तर के पदाधिकारियों और अन्य पक्षों के साथ इसका परीक्षण जारी है।