नरसिंहपुर। वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की ताकत को जिले का सरकारी महकमा अच्छे से समझने लगा है। उसे मालूम है कि इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल सकारात्मक रूप से कैसे किया जाता है। तभी तो कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के प्रति जागरूकता के मामले में जिला जनसंपर्क विभाग की रीति-नीति ने नरसिंहपुर को प्रदेश के टॉप टू जिलों में शुमार कर दिया है।
कोरोना टीकाकरण के प्रति सोशल मीडिया के जरिए जनजागरण फैलाने में नरसिंहपुर प्रदेश के जिलों में दुसरे नंबर पर शामिल हो गया है। इस सूची में हरदा, रतलाम दो अन्य जिले हैं, जहां सोशल मीडिया का जनजागरण के लिए शानदार तरीके से इस्तेमाल किया गया है। मंगलवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कलेक्टर वेदप्रकाश ने बताया कि विभिन्न् समाचार माध्यमों के अलावा फेसबुक, वाट्सएप, इंस्टाग्राम समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कोरोना टीकाकरण के लिए जिले के जनसंपर्क विभाग द्वारा किया गया। इसमें विभिन्न् प्रेरक सामग्रियां डाली गईं। इसका नतीजा ये रहा कि जिले में टीका लगवाने के प्रति लोगों में उत्साह पैदा हुआ। तय लक्ष्य में से 60 फीसद से अधिक आबादी पहला डोज लेने केंद्रों तक पहुंच सकी। आदिवासी व अन्य पिछड़े अंचलों तक टीका लगवाने के प्रति लोगों में उत्साह पैदा हुआ। सोशल मीडिया में सकारात्मक इस्तेमाल के चलते ही जनजागरण में जिले को ये उपलब्धि हासिल हो सकी है। कलेक्टर वेदप्रकाश ने जिले के जनसंपर्क विभाग द्वारा हासिल की गई उपलब्धि पर उत्साह जताया। साथ ही कहा कि कोरोना टीकाकरण के प्रति लोगों में उत्साह बनाए रखने और शत-प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने के लिए इस तरह के प्रचार जारी रहेंगे।
अब एक जगह से मिलेंगे प्रमाण पत्र
जिले में जिस तेजी से कोरोना टीकाकरण हो रहा है, उसके मद्देनजर बहुत से ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिसमें लोगों की शिकायत ये है कि उन्हें टीकाकरण का प्रमाण पत्र नहीं मिल पा रहा है। यह बात कलेक्टर वेदप्रकाश के संज्ञान में आने पर उन्होंने कहा कि कुछेक मामलों में तकनीकी गड़बड़ी के कारण लेटलतीफी हो रही होगी। हालांकि उन्होंने तत्काल निर्णय लिया कि कोरोना के दोनों टीका लगवाने वालों को प्रमाण पत्र के लिए किसी तरह से भटकना न पड़े, इसके लिए अलग से एक केंद्र बनाया जाएगा। इस संबंध में उन्होंने जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुकेश जैन को जिम्मा सौंपा है कि वे जल्द से जल्द एक स्थान चिंहित करें, जहां से लोग अपना प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकें। इस मौके पर अपर जिला दंडाधिकारी मनोज कुमार ठाकुर, निशक्तजन कल्याण की प्रमुख अंजना त्रिपाठी, जनसंपर्क अधिकारी राहुल वासनिक आदि प्रमुख रूप से मौजूद थे।