Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
नरसिंहपुर। गोंडवाना साम्राज्य के शासक और 1857 क्रांति के नायक अमर शहीद राजा शंकरशाह व उनके पुत्र कुंवर रघुनाथ शाह का बलिदान वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत है। हम अपने पूर्वजों के बलिदान को यूं ही जाया नहीं कर सकते हैं। आदिवासी-दलित समाज को आज दलगत राजनीति से ऊपर उठकर एकजुटता दिखानी होगी। यह बात राष्ट्रीय अनुसूचित जाति जनजाति विकास परिषद नई दिल्ली के जिलाध्यक्ष विमल बानगात्री ने गत दिवस मुंगवानी में आयोजित बलिदान दिवस के कार्यक्रम में अतिथि के रूप में कही। श्री बानगात्री ने कहा कि बिना संगठित हुए जनजाति समाज का कल्याण नहीं हो सकता है। इसके लिए सभी को एक मंच पर आकर सामाजिक एकता की बात करनी होगी। उन्होंने जनजाति वर्ग में बालक-बालिकाओं की समान शिक्षा पर जोर दिया। अपने अधिकारों के प्रति सजग, सतर्क रहने का आह्वान भी जनजाति परिषद के जिलाध्यक्ष ने किया। इसके पूर्व कार्यक्रम के आयोजकों ने श्री बानगात्री का पुष्पहारों से स्वागत-सम्मान किया।