नरसिंहपुर: राज्यसभा सदस्य बोले- कोरोना पहली लहर कमजोर होते ही हम हो गए थे बेपरवाह, इसलिए वर्तमान में फैल रहा संक्रमण
नरसिंहपुर। कोविड – 19 एक वैश्विक महामारी है, इसके कारण निर्मित देश की वर्तमान परिस्थिति किसी दल द्वारा सृजित नहीं हैं, यह अबूझ आपदा है। कोविड-19 का नया स्ट्रेन पिछली बार से अधिक घातक बताया जाता है। हम मिले-जुले प्रयासों से विजय पाकर रहेंगे।
ये बात राज्यसभा सदस्य व राष्ट्रीय लोकतंत्र सेनानी संघ के अध्यक्ष कैलाश सोनी ने अपने एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि कोविड -19 की पहली लहर के कमजोर होने पर हम भयमुक्त होकर बेपरवाह हो गए। इसी की परिणिति वर्तमान परिस्थिति हैं। कोरोना की दूसरी लहर इतनी तेज है कि व्यवस्थाएं बनाने में सभी जुटे हैं। बहुत तेज़ी से व्यवस्थाएं बनाई भी जा रही हैं। व्यवस्थाएं बनाने में लगे लोग भी इसी समाज का हिस्सा हैं। शासकीय चिकित्सक, कोरोना वारियर्स बगैर थके दिन-रात जुटे हुए हैं। शासकीय अस्पतालों की निशुल्क व्यवस्थाओं की तुलना निजी अस्पतालों से की जा सकती है। हमें चिकित्सा जगत के प्रति भी संवेदनशील होना होगा। डॉक्टर, नर्स और पैरामेडिकल स्टाफ भी दिन रात सेवा में जुटा है। उनकी भी अपनी सीमाएं एवं क्षमता है । चिकित्सा जगत के अनेक लोग भी सेवा के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में हमें फ्रंट लाइन वर्कर्स के साथ भी अपनी सोच और बर्ताव को बदलने की जरूरत हैं। देश में जिस तेजी से कोरोना की दूसरी लहर आई है, उसी तेज़ी से सरकार ने भी व्यवस्थाएं बनाई हैं और उनमें निरंतर सुधार भी किया जा रहा है। रेमडेसिविर इंजेक्शन के दाम घटाए गए हैं। इसके निर्यात पर केंद्र सरकार ने तत्काल रोक लगाई है। दवाओं और इंजेक्शन के उत्पादन को बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए बहुत तेज़ी से कार्य किया जा रहा है। रास सदस्य ने लोगों से अनुरोध किया कि हमें इस आपदा के भय से बाहर निकलकर इसे अवसर में बदलने के लिए पूरी चेतना के साथ जुटना होगा। भय के माहौल की नकारात्मकता से बचना होगा। हम पहले की तरह इस आपदा पर विजय पाएंगे। उन्होंने एक बार फिर जिलेवासियों से घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाने, शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने समेत 45 वर्ष से अधिक उम्र के नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लगवाने का आह्वान किया है।