जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब दो बजे मुंबई से मुजफ्फरपुर को महिला यात्री की डिलेवरी के लिए रोका गया। महिला को मेडिकल सहायता मिले और अन्य यात्री प्लेटफॉर्म से बाहर न जा सकें, इसके लिए रेल प्रबंधन एसडीएम नरसिंहपुर से सुरक्षा उपलब्ध कराने की गुहार लगाई। थोड़ी देर बाद एसडीएम एमके बमनहा स्टेशन पहुंचे तो जरूर लेकिन उनके साथ कथित समाजसेवी भी बिस्किट-चिप्स के पैकेट लेकर आ गए। इन समाजसेवियों ने प्लेटफॉर्म पर खाने-पीने के सामान को रखकर यात्रियों से लाइन लगाकर इन्हें ले जाने कहा गया। थोड़ी ही देर में ये सामान खत्म हो गया। इससे अफरातफरी की स्थिति निर्मित हो गई। इसे देख समाजसेवी भी खिसक लिए। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने बाहरी दुकानदारों को बुलाकर चिप्स-बिस्किट बेचने की कोशिश की, देखते ही देखते यात्री इन्हें पाने टूट पड़े। खानपान के सामानों की लूटपाट शुरू हो गई। इन्हें रोकने के चक्कर में स्टेशन मास्टर संजय सोनकर समेत एसडीएम तक भीड़ से घिर गए। इसे देख एक्शन मोड में आई आरपीएफ व जीआरपी ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया। आनन-फानन में ट्रेन को रवानगी दी गई। ट्रेन की रवानगी के बाद प्लेटफॉर्म एक गंदगी से भर गया।
समाजसेवियों के प्रवेश पर लगेगी रोक
रेलवे स्टेशन पर समाजसेवियों की वजह से बढ़े संक्रमण के खतरे की घटना के बाद रेलवे प्रशासन आज से स्टेशन परिसर में रेलकर्मियों को छोड़कर अन्य किसी को भी प्रवेश नहीं करने की तैयारी में है। शुक्रवार शाम इस घटना का पता चलते ही जिला प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने स्थानीय रेल प्रबंधक से चर्चा की। वहीं जिला प्रशासन के अधिकारियों ने खुद माना कि इस तरह की घटनाएं संक्रमण फैलाने वाली हो सकती हैं।
ट्रेन में महिला ने दिया बालिका को जन्म
इस श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन में मुजफ्फरपुर बिहार की महिला रिंकू पति राजू शाह ने एक बालिका को जन्म दिया। उसे नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर जिला अस्पताल की चिकित्सकीय टीम ने प्राथमिक उपचार प्रदान किया।
इनका ये है कहना
सूचना मिली थी कि किसी महिला को इलाज की जरूरत है। चिकित्सकीय टीम लेकर एसडीएम पहुंचे थे। यात्री प्लेटफॉर्म पर खाने-पीने के सामान को लेने उमड़े थे, ये जानकारी है, हालांकि पुलिस ने उन्हें तितर-बितर कर वापस ट्रेन में बिठा दिया था।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर नरसिंहपुर