खगोल विज्ञान मेला में तीन विशाल टेलीस्कोप और मध्यभारत के सबसे बड़े पोर्टेबल न्यूटोनियन टेलीस्कोप से सेटर्न के रिंग, जुपिटर के चार चंद्रमा और अन्य खगोलीय पिंड के अवलोकन की व्यवस्था की गई थी। प्रदर्शनी में विभिन्न ग्रहों पर व्यक्ति का भार बताने वाली मशीन प्रमुख आकर्षण थे। वैज्ञानिक शैलेष संसार ने वॉटर रॉकेटरी वर्कशॉप के द्वारा रॉकेट प्रक्षेपण का सिद्धांत समझाया। प्रदर्शनी में विभिन्न ग्रहों की स्थिति का लाईव मॉडल भी लगाया गया था। नेशनल अवार्डी विज्ञान प्रसारक सुश्री सारिका के नेतृत्व में पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन और पोस्टर्स के द्वारा खगोल विज्ञान की बारीकियों की जानकारी भी दी गयी। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम की बच्चों के साथ बातचीत की रिकार्डिंग सुनने और भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुश्री सुनीता विलियम्स के आदमकद कटआउट के साथ सेल्फी और अंतरिक्ष सूट में फोटोग्राफी की सुविधा भी मेले में उपलब्ध थी।