नरसिंहपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के फैलाव पर गत दिवस जारी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति के वक्तव्य की राज्यसभा सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता कैलाश सोनी ने कड़े शब्दों में निंदा की है।
सोनी ने कहा कि प्रजापति जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे है। विधानसभा का सत्र खुद श्री प्रजापति ने ही आहूत किया था, महामहिम के अभिभाषण के बाद यदि सत्र 10 मिनट और बढ़ा के फ्लोर टेस्ट करा देते तो हमारे प्रदेश कि जनता को इतने लम्बे समय अस्थिरता का सामना नहीं करना पड़ता। श्री सोनी ने कहा कि तुरंत फ्लोर टेस्ट न कराने से उपजी परिस्तिथियों के बाद नए सत्र और सुप्रीम कोर्ट तक मामला पहुंचने से करोड़ों रुपये का आर्थिक बोझ पड़ा।
कोरोना की भयावहता के लिए पूर्व विस् अध्यक्ष ने इशारों में बीजेपी को बताया जिम्मेदार
राज्यसभा सांसद कैलाश सोनी ने कहा की तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष अपने संवैधानिक दायित्वों के निर्वहन से विमुख हो एक दल विशेष के एजेंट के रूप में कार्य कर रहे थे। उस समय के मुख्यमंत्री कमलनाथ इस आपदा के प्रबंधन के सुनियोजित प्लान बनाने के बजाय अपनी सरकार बचाने में सक्रिय थे जबकि प्रदेश के मुखिया होने के नाते उनकी पहली प्राथमिकता कोरोना से जंग की तैयारी होना थी। श्री सोनी ने कहा कि प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले दिन से ही विपत्ति की इस घड़ी में ना सिर्फ खुद सक्रिय है बल्कि प्रदेश की जनता कि रक्षा में लगे सभी कोरोना वारियर्स का लगातार उत्साहवर्धन भी कर रहे है। सोनी ने कहा कि पूर्व विधानसभ अध्यक्ष को तब्लीगी जमात की निंदा करना चाहिए जिसके कारण अचानक प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में खासा इजाफा हो रहा है। गौरतलब हो कि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने गत दिवस एक विज्ञप्ति जारी कर इशारों-इशारों में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि पूर्व में कोरोना के खतरे के चलते विधानसभा का सत्र बढ़ाये जाने की संभावनाओं को भाजपा मजाक में ले रही थी।