रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आज
www.gallantryawards.gov.in वीरता पुरस्कार पोर्टल का नया संस्करण लॉन्च किया । यह पोर्टल भारत के साहसी वीरता पुरस्कार विजेताओं के अमर योगदान को सम्मानित करने के लिए एक वन-स्टॉप वर्चुअल प्लेटफॉर्म के रूप में काम करेगा । पोर्टल पर राष्ट्रव्यापी प्रश्नोत्तरी और ‘सेल्फी फॉर ब्रेवहार्ट्स’ पहल भी शुरू की गई । पोर्टल के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा भारत के वीरता पुरस्कार विजेताओं द्वारा न केवल हमारे राष्ट्र की सुरक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका का स्वागत किया बल्कि देश की भावी पीढ़ियों को भी हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए योगदान देने के लिए प्रेरित किया । उन्होंने आगे कहा कि आने वाले वर्षों में वीरता पुरस्कार पोर्टल एक इंटरैक्टिव, सहभागी और गतिशील मंच के रूप में बदल जाएगा जो नागरिकों विशेषकर राष्ट्र की युवा शक्ति के बीच देशभक्ति और निष्ठा की भावना पैदा करेगा । ओआरओपी के कार्यान्वयन और राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के निर्माण जैसी कुछ पहलों को याद करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सरकार हमारे पूर्व सैनिकों और बलिदानियों के योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए सब कुछ कर रही है ।
रक्षा सचिव डॉ अजय कुमार ने कहा कि संशोधित वेबसाइट में भारत में सशस्त्र बलों के पराक्रम का जश्न मनाने, उपयोगकर्ता को एक सम्पूर्ण अनुभव प्रदान करने और राष्ट्र निर्माण में बलिदानियों के योगदान को सम्मानित करने के लिए एक पारितंत्र विकसित करने के उद्देश्य से नई समृद्ध सामग्री, ग्राफिक्स और सहभागी विशेषताएं शामिल हैं ।
नये वीरता पुरस्कार पोर्टल के शुभारंभ के अवसर पर पोर्टल मंच पर राष्ट्रव्यापी वीरता पुरस्कार प्रश्नोत्तरी भी शुरू की गई है । इस प्रश्नोत्तरी का उद्देश्य देश भर की उज्ज्वल प्रतिभाओं को भारत के वीरता पुरस्कार विजेताओं के बारे में अपने ज्ञान को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है । यह कार्यक्रम दिनांक 26 जनवरी 2021 से 26 फरवरी 2021 तक आयोजित किया जाएगा । एक अन्य पहल, ‘सेल्फी फॉर ब्रेवहार्ट्स’ भी शुरू की गई जो देश भर में युद्ध स्मारकों और स्मारकों के समक्ष अपनी सेल्फियों पर क्लिक करने और राष्ट्र के वीरता पुरस्कार विजेताओं के प्रति अपना साथ दिखाने के लिए नागरिकों को प्रोत्साहित और आमंत्रित करती है । रक्षा मंत्री ने लोगों से प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और सेल्फी पहल में भाग लेने का आग्रह किया ।
इस अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया और रक्षा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे ।