नरसिंहपुर: सहकारी कर्मचारियों ने दी सामूहिक गिरफ्तारी
नरसिंहपुर। पिछले 12 दिन से हड़ताल कर रहे सहकारी कर्मचारी महासंघ के 305 सदस्यों ने सोमवार को जिला मुख्यालय में शासन की नीति के प्रति जमकर रोष जताया। इसके बाद दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सभी कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से कोतवाली थाना पुलिस के समक्ष गिरफ्तारी दी। पुलिस ने इन्हें धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया। हालांकि सांकेतिक रूप से हिरासत में लेने के तत्काल इन्हें एसडीएम राधेश्याम बघेल ने मुचलके पर रिहा भी कर दिया। इसके पूर्व जिला लोक सेवा केंद्र के समक्ष तंबू लगाकर धरने पर बैठे कर्मचारी नेता प्रदेश सरकार की रीति-नीति को लेकर काफी आक्रोशित नजर आए। महासंघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार कौरव ने आक्रोशित स्वर में कहा कि सहकारी कर्मचारी पिछले 25 सालों से विभिन्न् सरकारों के मौखिक आश्वासनों से ठगे जाते रहे हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। श्री कौरव ने कहा कि प्रदेश के पदाधिकारी लगातार सहकारिता आयुक्त और प्रदेश सरकार से चर्चा कर रहे हैं, उनका एक ही बात पर जोर है कि बिना लिखित आश्वासन के हड़ताल खत्म नहीं होगी। महासंघ के प्रांतीय प्रवक्ता मो. शफी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी एकजुटता ही हमारी ताकत है। हमारी मांगें जायज हैं, इसलिए इसे प्राप्त करना हमारा अधिकार है, जो हम लेकर ही रहेंगे। चाहे सरकार कितना ही दमन क्यों न कर ले।
इनका ये रहा कहना
शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को खोलने के लिए कार्ययोजना बना ली गई है। हड़ताल यदि खत्म नहीं होती है तो हम रोजगार सहायकों को राशन वितरण का भी काम सौंप देंगे। आग्रह पर चाबियां यदि संचालक नहीं सौंपेंगे तो हम दुकानों के ताले तोड़कर इनका पंचनामा बनवाएंगे। हितग्राहियों को राशन दिलाना सुनिश्चित करना हमारा पहला लक्ष्य है।
राजीव शर्मा, जिला खाद्य अधिकारी, नरसिंहपुर।हड़ताल पर बैठे सहकारी कर्मचारियों ने सोमवार दोपहर सामूहिक रूप से गिरफ्तारी दी थी। इनके खिलाफ धारा 151 का मामला पंजीबद्ध किया गया है। एसडीएम न्यायालय के जरिए इन्हें निजी मुचलके पर छोड़ा गया है।
उमेश दुबे, प्रभारी, थाना कोतवाली नरसिंहपुर।