सहकारिता कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष राजकुमार कौरव के अनुसार उनका संगठन पिछले 25 सालों से विभिन्न् सरकारों के झूठे आश्वासनों पर भरोसा कर ईमानदारी से काम कर रहा है। बावजूद इसके सरकारों ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया लेकिन अब वे डिगने वाले नहीं हैं, न ही आश्वासन से ही काम चलेगा। जब मांगों पर ठोस निर्णय सरकार नहीं लेती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा। संगठन के प्रांतीय प्रवक्ता मो. शफी खान के अनुसार हड़ताल के चलते गरीब हितग्राहियों को राशन, किसानों को खाद वितरण तक नहीं हो रहा है। उपज उपार्जन के पंजीयन समेत ऋ ण वसूली तक प्रभावित है लेकिन सरकार को लगता है, इसकी फिक्र नहीं है। कर्मचारियों-हितग्राहियों की परेशानियों से उन्हें कोई सरोकार भी नजर नहीं आ रहा है, जो कि पीड़ादायक है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी होने तक संगठन से जुड़ा हर साथी कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन की राह पर टिका रहेगा। संगठन एकजुटता के साथ अपनी मांगों को मनवाकर ही रहेगा। संगठन के जिला उपाध्यक्ष आशीष नेमा व सचिव शशि महाराज ने भी इसी तरह की बात कही।
सहकारी समिति कर्मचारियों का टेंट जब्त
लोक सेवा केन्द्र के सामने धरना दे रहे सहकारी समिति कर्मचारियों का टेंट जब्त किया गया।कलेक्टर वेद प्रकाश ने जि़ला पंजीयक सहकारी समिति नरसिंहपुर को निर्देश दिए है कि जि़ले के 82 समितियों के प्रशासक अपनी-अपनी समितियों के नए ओपरेटर्स के साथ सोमवार को 11 बजे कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित ट्रेनिंग में उपस्थित रहेंगे। ताकि जिले में रबी विपणन वर्ष 2021- 22 में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी किये जाने के लिए किसान पंजीयन का कार्य 20 फरवरी 2021 तक पूर्ण किया जा सके।
एसडीएम राधेश्याम बघेल ने शाम करीब 4 बजे जिला मुख्यालय पर चल रहे धरना प्रदर्शन स्थल पर संवाद किया। इस दौरान उन्होंने सहकारी समिति कर्मचारियों को बिना अनुमति लिए प्रदर्शन किए जाने पर अप्रसन्नता जताते हुए टेंट जब्ती की कार्रवाई करने तहसीलदार नितिन राय को निर्देशित किया। एसडीएम ने कार्रवाई के बाद ताकीद दी कि नियमानुसार अनुमति लेकर ही विरोध प्रदर्शन करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी।