नरसिंहपुर। सालीचौका क्षेत्र के तहत आने वाले ग्राम कैंकरा में बीते 27 मार्च को हुई बैलबग्घी दौड़ स्पर्धा और आयोजन दौरान एक ग्रामीण की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है। खास यह है कि सैंकड़ों की तादाद में भीड़ जमा कर आयोजक स्पर्धा करा गए लेकिन सालीचौका पुलिस को भनक तक नहंी लग सकी। अब पुलिस मामला तूल पकड़ने के बाद पतासाजी करने में लगी है कि आयोजक कौन थे लेकिन इसमें भ्ाी पुलिस सफल नहंी हो पा रही है।
बताया जाता है कि सालीचौका चौकी क्षेत्र के तहत आने वाले ग्राम कैंकरा में बीते 27 मार्च को न केवल बैलबग्घी दौड़ स्पर्धा हुई बल्कि हजारों लोगों की भीड़ भी जुटी। लेकिन प्रशासन के किसी नुमाइंदे को आयोजन की भनक तक नहीं लग सकी। गांव से भी कोई पुलिस को सूचना दे सका और पुलिस भी क्षेत्र में कहां क्या हो रहा है इसका पता लगाने में सक्रिय रही। बग्घी दौड़ के आयोजन की पोल तब खुली जब आयोजन के एक दौरान बाबई थाना के ग्राम पुरतला निवासी बलधार सिंह चौहान 60 वर्ष की मौत का मामला सामने आया। जिसके संबंध में अब सालीचौका पुलिस यह कह रही है कि मामले में बाबई थाना में मर्ग कायम है और डायरी आने पर ही पता चल सकेगा कि उसकी मौत कैसे हुई। मामले के कई घंटे बीतने के बाद भ्ाी पुलिस को यह पता नहंी चल सका है कि आयोजनकर्ता कौन थे। सालीचौका प्रभारी का कहना है कि अभी पता लगाया जा रहा है कि स्पर्धा का आयोजन किसने किया था। जैसे ही डायरी मिलती है तो मामले में जांच कराई जाएगी। कैंकरा गांव चौकी क्षेत्र में आता है लेकिन आयोजन की न तो मंजूरी ली गई थी और न ही इस संबंध में सूचना मिल सकी कि वहां कोई स्पर्धा की जा रही है। बताया जाता है कि कैंकरा गांव और होशंगाबाद जिले का ग्राम मुर्गीढाना पास-पास ही हैं। लेकिन इतने बड़े आयोजन की जानकारी से प्रशासन अनभिज्ञता दर्शा रहा है।