कोरोना से जंग जीतने संघमित्रा ने छोड़ा सात फेरे लेने का विचार, लोग बोले- हमें करेली एसडीएम पर नाज

स्वीकृत आवेदन को कराया निरस्त, आपदा के लिए 20 हजार रुपए का दान देकर पेश की कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल

0

नरसिंहपुर। रिश्ते-नातेदारों को कार्ड मिल चुका था। सब जानते थे कि बिटिया-बहन की शादी 12 अप्रैल को दतिया से होना है। लॉक डाउन के बावजूद सब उत्साह से तैयारी में जुटे थे। अचानक उन्हें पता चला कि शादी स्थगित कर दी गई है। पहले पहल तो रिश्तेदार हतप्रभ रह गए लेकिन जैसे ही उन्हें और अन्य सामाजिक लोगों को वजह पता चली तो सब का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। खासकर नरसिंहपुर जिले के लोगों के मुंह से एक ही शब्द निकला-हमें करेली एसडीएम सुश्री संघमित्रा बौद्ध पर नाज है।
दुनिया का कोई भी घर हो, वहां बेटी-बहन के विवाह की खुशियां निःशब्द रूप से बयां होती है। हर लड़की की भी चाहत होती है कि हाथों में मेहँदी रचकर वह दाम्पत्य जीवन के चरण में प्रवेश करे। लेकिन लाखों में इक्का-दुक्का ही ऐसे मामले सामने आए होंगे जब किसी बेटी ने दुल्हन बनने की बजाय देश-समाज रक्षा के लिए योद्धा बनने को प्राथमिकता दी हो। ऐसा ही एक नाम है करेली तहसील की एसडीएम संघमित्रा बौद्ध का। जिन्होंने कोरोना के खिलाफ देशव्यापी जंग में वारियर यानी योद्धा की भूमिका निभाने के लिए आगामी 12 अप्रैल को पूर्व निर्धारित शादी को स्थगित कर दिया। सोमवार को उन्होंने कलेक्टर दीपक सक्सेना के समक्ष आवेदन पेशकर अपने पूर्व स्वीकृत अवकाश आवेदन को रद्द करने का आग्रह किया। जिसे कलेक्टर ने उत्साह से स्वीकृत कर लिया। एसडीएम संघमित्रा बौद्ध का यह साहसिक निर्णय उन सरकारी कर्मचरियों के लिए मिसाल है, जो कोरोना जैसी आपदा के वक्त ड्यूटी से भागने तरह-तरह के बहाने बनाने से भी नहीं चूकते।

होने वाला जीवनसाथी भी एसडीएम


दतिया की रहने वाली एसडीएम संघमित्रा बौद्ध की सगाई 8 फरवरी को निवाड़ी के अभिषेक चौरसिया से हुई है। अभिषेक चौरसिया भी एसडीएम हैं एवं भिंड में पदस्थ हैं। दोनों की शादी 12 अप्रेल को दतिया से होनी थी। शादी की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। रिश्तेदारों में कार्ड भी चले गए हैं। शादी की तैयारियों के तहत मैरिज गार्डन व कैटरिंग आदि की बुकिंग के साथ शादी की पूरी खरीदारी भी हो चुकी है। दोनों के द्वारा मार्च के शुरुआती दिनों में छुट्टी के लिये आवेदन भी कर दिया गया था जिस पर अवकाश स्वीकृत भी हो गए हैं। लेकिन कोरोना संकट को देखते हुए दोनों ने शादी स्थगित करने का निर्णय लिया एवं छुट्टी पर न जाकर अपने क्षेत्र की जनता को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं। संघमित्रा बौद्ध ने कोरोना बचाव एवं राहत कार्य हेतु नरसिंहपुर जिले के लिए 10 हजार रुपये एवं मप्र प्रशासनिक सेवा संघ में 10 हजार रुपये इस तरह कुल 20 हजार रुपये का डोनेशन भी दिया है।

संघमित्रा ने बढ़ाया नर्मदांचल का मान

कोरोना वायरस ने मानवता को झकझोर कर रख दिया है। हर कोई आज घर में कैद होकर रह गया है। ऐसे में कोरोना के खिलाफ करेली एसडीएम संघमित्रा बौद्ध द्वारा अपनी शादी स्थगित करने का फैसला नर्मदांचल का मान बढ़ाने वाला है। कोरोना के योद्धा जब इस तरह का त्याग कर रहे हों, तो ऐसे में हमें भी जिम्मेदारी का परिचय देना होगा। बेवजह घर से निकलने खुद को रोकना होगा, ताकि कोरोना की जंग जीती जा सके।

– विक्रांत पटेल, स्थानीय संपादक, यश भारत नरसिंहपुर।

परहित के लिए अपनी खुशियों को दरकिनार करने का माद्दा सिर्फ और सिर्फ एक संस्कारी परिवार ही दे सकता है। एसडीएम संघमित्रा बौद्ध ने जो किया वह नारी सशक्तिकरण का बेहतरीन उदहारण है।  आपके उज्जवल और सुखद जीवन के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ। आप अपने लक्ष्य को पाने में सफल हों।
– अतुल क्लाडियस, चैयरमेन क्रिश्चियन मिशनरी सोसायटी

 

जब पूरा देश कोरोना के संकट से जूझ रहा है। ऐसे में अपनी खुशियों के बजाय समाज की रक्षा का बीड़ा उठाने को प्राथमिकता देकर इन्होंने पूरे नर्मदांचल को अभिभूत कर दिया। हमें भी अधिकारी से प्रेरणा लेकर प्रशासन का सहयोग करना चाहिए। घर मे रहना चाहिए, जिम्मेदारी समझना चाहिए।
प्रकाश चौबे- वरिष्ठ पत्रकार, नईदुनिया न्यूज़ पेपर

एसडीएम संघमित्रा बौद्ध का अपनी शादी स्थगित करने के फैसले को स्वीकारना परिवार के लिए कितना कठिन रहा होगा, इसको अन्य कोई बयां नहीं कर सकता। ये निर्णय जिले की बेटियों को आत्मविश्वासी, कर्तव्यनिष्ठा के लिए सशक्त बनाने का काम करेगी। इनसे प्रेरणा लेकर हमें भी कोरोना की जंग में जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाना चाहिए।
दीपक श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार, दैनिक जागरण

करेली एसडीएम के रूप में अभी तक लोग संघमित्रा बौद्ध को बेहतर प्रशासक के रूप में देखते थे। कोरोना योद्धा के लिए उन्होंने जिस तरह अपनी खुशियों को इन्होने भुलाया, इसके लिए करेली की जनता के दिलों में ये वर्षों तक याद रखी जाएंगी। अब बारी हमारी है। कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी गुरुकरण के लॉक डाउन को सफल बनाने हमें घर के अंदर रहना ही होगा।
मनीष सोनी, वरिष्ठ पत्रकार, नईदुनिया करेली

अपने कर्मपथ पर निष्ठा के साथ कर्तव्य पालन को निजी खुशियों पर प्राथमिकता देने का ये अनुपम और प्रेरक उदाहरण है। निश्चित रूप से ये नरसिंहपुर के लिए गर्व का विषय है कि उनके जिले में संघमित्रा बौद्ध के रूप में एक सशक्त महिला प्रशासक है।
अमित ओंडेला, सम्पादक, एनएसपी न्यूज़ वेब पोर्टल

अदृश्य कोरोना वायरस के हमले से जिले को बचाने कलेक्टर दीपक सक्सेना, एसपी गुरूकरण के नेतृत्व में प्रशासनिक मशीनरी दिन-रात घर-परिवार को भूलकर मुस्तैदी से कार्य कर रही है। ऐसे में इस टीम की अहम् सदस्य के रूप में करेली एसडीएम का खुद की शादी को स्थगित करना पूरी टीम के साथ-साथ इस जंग में शामिल हर शख्स को ऊर्जा से भर देगा।
कपिल साहू, वरिष्ठ पत्रकार, गाडरवारा

Leave A Reply

Your email address will not be published.

error: Content is protected !!
Open chat