कलेक्टर नेे निर्देश दिए कि ग्राम पंचायतों में मतदाता सूची के आधार पर इसका आंकलन कर लिया जाए कि अब तक कितना वैक्सीनेशन हो चुका है और कितना शेष है। कम टीकाकरण और आदिवासी अंचल की ग्राम पंचायतों पर विशेष ध्यान देना होगा। शतप्रतिशत टीकाकरण की प्रभावी कार्य योजना तैयार करें। आवश्यकता के अनुसार संबंधित स्थानों पर टीकाकरण शिविरों का आयोजन किया जाएगा। वैक्सीनेशन के संबंध में कोई अफवाह या भ्रम हो, तो उसे दूर किया जाए। तीसरी लहर की आशंका को वैक्सीनेशन से ही समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने ग्राम पंचायत सचिवों से कहा कि वे स्वयं और उनके परिजन भी वैक्सीन लगवाना सुनिश्चित करें। स्वसहायता समूहों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित किया जाए। उनके लिए भी अलग से शिविर आयोजित किए जाएंगे। बैठक में ग्राम पंचायतवार समीक्षा की गई और सुझाव लिए गए। सचिवों से कहा गया कि वे वैक्सीनेशन की आवश्यकता वाले स्थानों से अवगत कराएं। ताकि वहां वैक्सीनेशन के लिए शिविर लगाए जा सकें। बैठक में सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव, एसीईओ एससी अग्रवाल और संबंधित ग्राम पंचायतों के सचिव मौजूद रहे।