नई दिल्ली। युवा कार्यक्रम और खेल और अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने “राष्ट्रीय खेल दिवस” के आयोजन के अवसर पर महान हॉकी खिलाड़ी स्वर्गीय मेजर ध्यान चंद्र की जयंती के अवसर पर नई दिल्ली में ध्यान चंद स्टेडियम स्थित उनकी मूर्ति पर पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर किरेन रिजिजू ने राष्ट्रीय खेल एवं साहसिक पुरस्कारों की सात श्रेणियों में से चार के लिए पुरस्कार धनराशि बढ़ाने की घोषणा की। राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिए पुरस्कार राशि 7.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये, अर्जुन पुरस्कार की पुरस्कार राशि 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये, द्रोणाचार्य (जीवनकाल) पुरस्कार के लिए नकद पुरस्कार 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये कर दिया गया है, वहीं द्रोणाचार्य (नियमित) पुरस्कार के लिए प्रति विजेता नकद पुरस्कार 5 लाख रुपये के बजाय अब 10 लाख रुपये मिलेंगे। ध्यानचंद पुरस्कार विजेताओं को अब 5 लाख रुपये के बजाय 10 लाख रुपये नकद पुरस्कार मिलेगा।
इस फैसले के संबंध में रिजिजू ने कहा, “खेल पुरस्कारों के लिए पुरस्कार राशि की समीक्षा पिछली बार 2008 में की गई थी। इस धनराशि की समीक्षा कम से कम 10 साल में एक बार की जानी चाहिए। यदि हर क्षेत्र के पेशेवरों की आय में बढ़ोतरी हुई है तो हमारे खिलाड़ियों के लिए ऐसा क्यों नहीं हो सकता।”