नरसिंहपुर। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव की भावी रणनीति बनाने स्वास्थ्य विभाग की सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर वेद प्रकाश की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए बैठक में उपस्थित सदस्यों से सुझाव भी लिये गये। कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों एवं बगैर मास्क के निकलने वाले व्यक्तियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाये।
डॉ. संजीव चांदोरकर ने सुझाव स्वरूप कहा कि स्थानीय बाजारों, दुकानों, बैंकों, होटलों, ढाबों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे हैं। लोग बिना किसी सावधानी के बगैर मास्क के घरों से बाहर निकल रहे हैं। इसके पालन के लिए सख्त कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
बैठक में जोर दिया गया कि इसके अलावा प्रत्येक रविवार को घोषित किये गये लॉक डाउन के समय में वृद्धि करने की आवश्यकता है। बरमानघाट पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन न हो, इसका प्रभावी रूप से पालन किया जाये। हॉस्पिटल में स्वास्थ्य सुविधायें बेहतर बनाये रखने के लिए गाडरवारा, तेंदूखेड़ा एवं गोटेगांव में ऑक्सीजन युक्त बिस्तरों की तैयारी बेहतर तरीके से पूर्ण की जाये। इसके अलावा जिले से जबलपुर या अन्य बड़े शहरों में जाने वाले शासकीय अथवा निजी एम्बुलेंस का अच्छी तरीके से सेनेटाइजेशन भी सुनिश्चित करवाया जाये। बाहर से आने वाले व्यक्तियों की मृत्यु संबंधी सभी डाटा तैयार रखा जाये, ताकि कांटेक्ट ट्रेसिंग में आसानी हो। लोगों में कोरोना संक्रमण की व्यापक जानकारी का प्रचार- प्रसार बैनर एवं अनाउसमेंट के माध्यम से किया जाये।
सीएमओ किशन सिंह ठाकुर को कोरोना अवेयरनेस वॉल बनवाने के निर्देश दिये, जिसमें स्थानीय कलाकार कोरोना जागरूकता की पेंटिंग निर्मित कर सके। साथ ही कोरोना जागरूकता के लिए वीडियो प्रतियोगिता भी आयोजित करवाई जाये। इस कॉम्पटीशन में दो से तीन मिनिट के वीडियो वाट्सअप के माध्यम से बुलवाये जायें। इन वीडियो का चयन जिला प्रशासन द्वारा गठित समिति द्वारा किया जायेगा। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेता को जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत भी किया जायेगा।
बैठक में अपर कलेक्टर मनोज कुमार ठाकुर, जिला पंचायत सीईओ केके भार्गव, सीएमएचओ डॉ. एनयू खान, सिविल सर्जन डॉ. अनीता अग्रवाल, डॉ. एलएन पराडकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।