नरसिंहपुर/ कोरोना वायरस से निपटने के लिए गठित जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक जिला पंचायत सीईओ केके भार्गव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में रविवार को सम्पन्न हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य सामाजिक सहभागिता से कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु आने वाले समय में वायरस को फैलने से बचाने के लिए बेहतर रणनीति तैयार करना था।
बैठक में आमंत्रित अतिथियों ने कहा कि जो लोग जिले के बाहर जा रहे हैं, उन्हें वापिस आने की अनुमति नहीं दी जा रही है। इस संबंध में बताया गया कि इमरजेंसी केसेस में ईलाज, मृत्यु इत्यादि में दिशा- निर्देशों के साथ जिले से बाहर जाने एवं वापिस आने की अनुमति प्रदान की जा रही है। एम्बुलेंस के माध्यम से कई लोग जिले से बाहर आ- जा रहे हैं, इसे चेक किया जाये। गांधी चौक से चिनकी सड़क मार्ग का निर्माण कार्य बंद पड़ा है। घरों के सामने नाली नहीं बनी है, इससे बड़ी समस्या हो रही है।
करेली के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केन्द्र, देवाकछार में पदस्थ एएनएम पिछले एक माह से स्वास्थ्य केन्द्र में नहीं आ रही हैं, जिस पर सीएमएचओ को चेक कराने के निर्देश दिये। होम डिलेवरी के माध्यम से किराना व्यापारी कम वस्तुंओं की मांग पर सप्लाई नहीं कर रहे हैं। गेंहू खरीदी केन्द्रों को सेनेटाईज किया जाना चाहिये। ग्राम निवारी, बारहबाड़ा में पान की फसल को बेचने के लिये व्यवस्था कराई जाये। मुंगवानी- बचई में वन माफिया सक्रिय हैं व नर्मदा नदी में कुछ लोग अभी भी मछली पकड़ रहे हैं, इस पर लोक लगाई जाये। आमंत्रित अतिथियों ने सहर्ष स्वीकारते हुए कहा कि टोटल लॉक डाउन में बाजार नहीं खोला जाये। प्रशासन का जनता पर्याप्त सहयोग कर रही है। लॉक डाउन के दौरान बाजार बंद नरसिंहपुर जिले के हित में है। बैठक में जनपद सदस्य विमलेश दुबे व सुनील दुबे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एनयू खान, सीएमओ नगर पालिका नरसिंहपुर केएस ठाकुर, पत्रकार संजय पचौरी व मनीष शाह, राजेश तिवारी, श्रीमती अंजना त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।