सुआतला: थाने में हुई चने की थ्रेसिंग, ट्रैक्टर से भिजवाकर 5 फरवरी को करेली मंडी मंे होगी नीलामी

रायसेन पिपरिया से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी

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नरसिंहपुर। सुआतला थाना के ग्राम रायसेन पिपरिया से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही। राजस्व एवं पुलिस के अमले ने यहां सरकारी जमीन पर काबिज अन्य ग्रामीणों के कब्जे भ्ाी हटवाए, लगाई गई बाड़ी को तुड़वाया। वहीं सुआतला थाना परिसर में रखवाई गई चना की कटी फसल को राजस्व अमले ने थ्रेसिंग कराकर बोरियों में भरवाया और ट्रैक्टर में भरकर करेली मंडी भिजवाने की कार्रवाई की। आज शुक्रवार को करेली मंडी में इस उपज की नीलामी कराई जाएगी।
राजस्व विभाग ने करेली तहसील के ग्राम बम्हनी से लगे रायसेन पिपरिया ग्राम में करीब 1100 एकड़ सरकारी जमीन में अतिक्रमण चिन्हित किया है। जहां पर पहले दिन बम्हनी निवासी धर्मेद्र पिता जुझार सिंह बुंदेला के कब्जे वाली करीब 63 एकड़ जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। इसी ग्रामीण द्वारा लगाई गई चने की फसल जो कटकर खेत में रखी हुई थी उसे जेसीबी से ट्रैक्टरों में भरवाकर थाना परिसर में रखवाया गया था। जिसकी थ्रेसिंग का कार्य गुरुवार को राजस्व अमले ने स्थानीय खेतीहर श्रमिकों की मदद से कराया। बताया जाता है कि थ्रेसिंग के बाद करीब 18 बोरी चना की उपज निकली है तो 8 से 10 क्विंटल के बीच मानी जा रही है। थाना परिसर में चली थ्रेसिंग के दौरान राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ पटवारी और मैदानी अमला मौजूद रहा। थ्रेसिंग के बाद निकले भूसे को भी ट्रैक्टर-ट्राली में भ्ारवाकर जिला मुख्यालय बुलवाया गया है जो संभवत किसी गोशाला में भेजा जाएगा।
रातोंरात कटवा ली करीब 10 एकड़ की फसल: प्रशासन की पहले दिन हुई कार्रवाई के बाद भी अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद रहे और अतिक्रमण करने वाले धर्मेद्र ने करीब 10 एकड़ की चना फसल को गीली होने के बाद भ्ाी कटवा दिया लेकिन वह उसे उठवा नहीं सका। प्रशासन को भनक लगने के बाद अधिकारियों ने उक्त कटी फसल को भ्ाी जप्त कर लिया। गुरुवार को भी रायसेन पिपरिया गांव में प्रशासन की कार्रवाई दिनभर चलती रही। यहां सरकारी जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने के क्रम में अधिकारियों ने वनक्षेत्र की जमीन पर खेती करने लगाई गई बाड़ी को तुड़वाया और मौके से अन्य सामग्री भी जप्त की। प्रशासन का कहना है कि यहां जो बड़े अतिक्रमण है पहले उन्हें हटाया जाना है उसके बाद छोटे अतिक्रमण हटाए जाएंगे। एसडीएम आरएस बघेल के साथ ही कर्मचारियों की टीम ने मौके का मुआयना करते हुए अतिक्रमण हटवाने की कार्रवाई कराई। एसडीएम श्री बघेल ने बताया कि जप्त गीली फसल की थ्रेसिंग कराने कोशिश की गई थी लेकिन फसल काफी गीली थी जिससे एक बोरा उपज ही मुश्किल से निकली जिसके कारण उक्त फसल को भी गांव में ही सुपुर्दनामा पर दे दिया गया है। बताया जाता है कि यहां शराब के अवैध निर्माण की जानकारी भी थी लेकिन आबकारी विभाग के अमले ने जब कार्रवाई की तो हमेशा की तरह अधिकारियों को यहां कुछ नहीं मिल सका। वहीं खनिज विभाग ने भी अवैध ईंट भट्टो को जप्त करने के बाद प्रकरण तैयार किया है। मौके पर मिले कटे पेड़ों के मामले में वन विभाग और अवैध बिजली कनेक्शन के मामले में विद्युत विभाग कार्रवाई कर रहा है।
जब हो रहा था अतिक्रमण तब कहां थे अधिकारी: प्रशासन की उक्त कार्रवाई के बाद यह भ्ाी स्पष्ट हो गया है कि बड़े पैमाने पर फैले अतिक्रमण और सरकारी जमीन पर होने वाले अवैध कारनामों पर प्रशासन का मैदानी अमला किस तरह मौन रहा। लोगों का कहना है कि सरकारी जमीन पर एक बड़े रकबे में अवैध बिजली कनेक्शन लेकर सिंचाई होना एवं सागौन सहित अन्य प्रजातियों के सैंकड़ों पेड़ों को काटकर वनभूमि को खेती योग्य बनाना, ईंट भट्टे लगना आदि कार्य बताते है कि अतिक्रमणकारियों को संबंधित विभागों का मौन सरंक्षण प्राप्त था।

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