नरसिंहपुर। स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को प्रदेश की जेलों में आजीवन कारावास से दंडित 244 बंदियों को रिहा करने का प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है। गृह एवं जेल मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया है कि इनमें एक महिला और 243 पुरूष बंदी शामिल हैं। रिहा होने वाले बंदी अब तक 14 वर्ष से लेकर 20 वर्ष तक का कारावास भोग चुके हैं। शासन ने शेष अवधि की सजा माफ कर दी है।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि रिहा होने वाले बंदियों ने जेल में रहते हुए टेलरिंग, कारपेंटरी, लोहारी, भवन-निर्माण की कारीगरी आदि का प्रशिक्षण प्राप्त किया है। बंदियों को बेहतर आचरण और कार्य-व्यवहार को देखते हुए रिहा किया जा रहा है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने रिहा होने वाले बंदियों से अपेक्षा की है कि वे अपने परिवार एवं समाज में पुर्नस्थापित होकर समाज एवं प्रदेश के विकास में सहभागी बनेंगे।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर केन्द्रीय जेल ग्वालियर से 40, उज्जैन से 36, सतना से 30, भोपाल से 28, इंदौर से 27, जबलपुर और सागर से 18-18, रीवा से 14, बड़वानी से 11, होशंगाबाद से 7, नरसिंहपुर से 10, खुली जेल भोपाल से 2 और खुली जेल होशंगाबाद से एक, जिला जेल छतरपुर और बैतूल से एक-एक बंदी को रिहा किया जायेगा।