झोंतेश्वर: दंडी स्वामी बोले- गोपियों के अहंकार रूपी वस्त्र का भगवान ने हरण किया, यही वास्तविक चीरहरण
गोवर्धन लीला, माखन चोरी लीला,नागदमन लीला, गोचारण लीला, गोपिगीत, वेणुगीत, चीरहरण, कंस वध, गुरुगृह पर अभ्यास, रुक्मिणी विवाह एवं सुदामा चरित इत्यादि प्रसंगों के साथ दंडी स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज के मुख से ज्ञानगंगा प्रवाहित हुई।