सालीचौका: रिफ्लेक्टर लगाने की रस्म अदायगी का नतीजा ये है कि गन्ने से भरी ट्रॉलियां बुझा रहीं घरों के…
ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रिफ्लेक्टर लगाने की कवायद शुरू जरूर हुई थी लेकिन इसका मकसद सिर्फ रस्म अदायगी था, ताकि कागजों पर अपने नंबर बढ़ाए जा सकें। नतीजा ये है कि गन्ने से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां सड़क पर खड़े-खड़े ही घरों के दीये बुझाने लगी हैं।