परिचय पत्र के अभाव में होना पड़ता है शर्मिंदा, मप्र शिक्षक संघ नरसिंहपुर ने की परिचय पत्र बनाने की मांग
शिक्षकों को अर्जित अवकाश का लाभ देने की मांग
नरसिंहपुर। कोरोना महामारी के समय पूरे प्रदेश के शिक्षक के साथ साथ शिक्षक भी तन,मन और धन से अपनी क्षमता के अनुसार अपनी सेवाएं दे रहे है कोई दिन में आपनी सेवा दे रहा है तो कोई रात में कोई बस में तो कोई कियोस्क सेंटर पर किंतु वहा तक पहुँचने में कई अध्यापको शिक्षको बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता हैं ।परिचय पत्र न होनें के कारण कई स्थानों पर बैठक भी लगाना पड़ जाती हैं कारण यह कि अध्यापको शिक्षिको के पास अपने विभाग का परिचय पत्र बना हुआ नही होना और ड्यूटी आदेश मोबाईल में आते है और कर्मचारी के पास परिचय पत्र न होने के कारण कर्मचारी अपने मोबाईल पर आदेश बताते है तब तक पुलिस लठ उठा सकती है। कर्मचारियों का अपमान हो सकता है और करती है इन असुविधा से बचने के लिए कलेक्टर महोदय जिला शिक्षा अधिकारी से मप्र शिक्षक संघ नरसिंहपुर के जिला सचिव सत्य प्रकाश त्यागी ने मांग करते हुए कहा कि इस लॉक डाउन के साथ ही पहला काम समस्त अध्यापको शिक्षको कर्मचारियों का परिचय बनाया जावे विभाग के समस्त कर्मचारियों के परिचय पत्र संकुल या डीईओ स्तर पर विशेष प्राथमिकता के साथ परिचय पत्र बनवाये जावे ताकि इन विषम परिस्थितियों में उनका सही उपयोग हो सके। साथ ही मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 1 मई से 9 जून तक ग्रीष्म अवकाश घोषित किया है। इसी अवधि में प्रदेश भर में डिजी लेप, कोविड 19 सर्वे सहित अन्य गतिविधियों में शिक्षकों को लगाया गया है। सपाक्स नरसिंहपुर जिलाध्यक्ष सत्य प्रकाश त्यागी ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा एवं आयुक्त लोक शिक्षण को पत्र लिखकर ग्रीष्म अवकाश अवधि में विभिन्न गतिविधियों में संलग्न किए गए शिक्षकों को अर्जित अवकाश का लाभ देने की मांग की है ।