तेंदूखेड़ा: शव दाह करने निशुल्क जलाऊ लकड़ी देकर जरूरतमंदों से निभा रहे संवेदना का साथ

तेंदूखेड़ा के जागृति स्व सहायता समूह के तीन युवा कोविड काल में कर रहे सराहनीय कार्य

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तेंदूखेड़ा। मंगलवार को शवदाह के लिए बुलाई गई लकड़ी रखवाते समूह सदस्य।

नरसिंहपुर। कोरोना के भयावह काल में जब मुक्तिधामों में संक्रमितों-संदिग्धों के दर्जनों शव चिता का इंतजार कर रहे हैं वहीं तेंदूखेड़ा के जागृति स्व सहायता समूह का संवेदना से भरा सेवा कार्य निरंतर जारी है। तेंदूखेड़ा नगर के तीन युवाओं का यह समूह हर जरुरतमंद को शव दाह के लिए निशुल्क जलाऊ लकड़ी का न केवल वितरण कर रहा है बल्कि उनकी अन्य जरुरतों की पूर्ति का भी ध्यान रख रहा है। करीब ढाई माह के दौरन समूह लगभग डेढ़ दर्जन शवों को जलाने के लिए लकड़ी प्रदाय कर चुका है।
जागृति स्व सहायता समूह के संचालक मंडल सदस्य महीष मोदी कहते है कि अक्सर यह देखा कि लोग शव दाह के लिए लकड़ी तलाशते फिरते थे। बड़ी मुश्किल से शव जलाने लकड़ी मिल पाती थी। लोगों को इस पीड़ादायक दौर से न गुजरना पड़े इसके लिए समूह के सदस्य आशीष सेठ, पंकज स्वदेशी के साथ मिलकर निर्णय लिया कि समूह के जरिए शव दाह के लिए निशुल्क लकड़ी दी जाएगी। नगर परिषद से जब इस कार्य को करने के लिए मुक्तिधाम में बने भवन को उपलब्ध कराने कहा तो अधिकारियों ने भी सहयोग किया और भवन उपलब्ध कराया। जिसके बाद ग्रामीण क्षेत्र से लकड़ी खरीदकर ट्रैक्टर-ट्रालियों से इस भवन में रख ली जाती है। जो भी लोग लकड़ी लेने आते है उन्हें बिना किसी राशि के समूह लकड़ी उपलब्ध करा रहा है। कोविड काल के दौरान लकड़ी की खपत भी बढ़ रही है लेकिन समूह की कोशिश है कि पर्याप्त मात्रा में लकड़ी का स्टाक बना रहे।
10 हजार में एक ट्राली लकड़ी: महीष कहते है कि एक ट्राली लकड़ी करीब 10 हजार रूपये में आती है। यह राशि समूह के तीनों सदस्य वहन करते है। करीब ढाई माह के दौरान व्यवस्था में महीष द्वारा 7100, आशीष द्वारा 6 हजार एवं पंकज ने करीब 3 हजार रूपये की राशि व्यय की है। समूह के इस कार्य में अब नगर के अन्य लोगों का भी सहयोग मिलने लगा है। जिसमें नगर के ही दीपक गुप्ता ने 2100, आशीष मोदी ने एक हजार रूपये की सहयोग राशि देकर समूह के कार्यो में सहभागिता की है। महीष और अन्य सदस्य व्यापार से जुड़े है जिनका ध्येय है कि मुश्किल की घ्ाड़ी में हर जरुरतमंद को वह सेवा उपलब्ध कराएं।

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