बरमान में पर्यटन बढ़ाने सांसद राव उदय प्रताप ने टूरिज्म विभाग के एमडी को लिखा पत्र
प्राचीन व अतिशय क्षेत्र है दीपा मंदिर
नरसिंहपुर। नर्मदा के बरमान घाट स्थित जिले के प्रसिद्ध व अतिशय तीर्थ क्षेत्र, प्रसिद्ध देवालय दीपेश्वर महादेव मंदिर क्षेत्र को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किए जाने पहल करते हुए क्षेत्रीय सांसद उदय प्रताप सिंह ने एनएच 26 सतधारा से नर्मदा की उपधारा में पुल निर्माण सहित दीपेश्वर महादेव मंदिर तक सड़क निर्माण के लिए मप्र पर्यटन विकास निगम से पहल करने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने निगम के एमडी को पत्र भी लिखा है।
सांसद श्री राव द्वारा एनएच 26 सतधारा से दीपा मंदिर तक पुल सहित सीसी मार्ग निर्माण की स्वीकृति के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी को 13 जून को पत्र लिखकर कहा है कि उनके संसदीय क्षेत्र अंतर्गत नरसिंहपुर जिले की धार्मिक नगरी बरमान कला अन्य जिलों के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है। नर्मदा के प्रसिद्ध ब्रह्मांड घाट सहित नर्मदा नदी के मध्य स्थित द्वीप पर भगवान शिव का प्राचीन व दीपा का मंदिर स्थित है, जो कि लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है। पत्र मंे इस बात का जिक्र किया गया है कि इस पर्यटन स्थल तक आवागमन की सुविधा नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। एनएच 26 सतधारा से दीपा मंदिर तक पुल सहित सीसी मार्ग निर्माण कार्य के लिए संलग्न प्रस्ताव पर विचार करते हुए स्वीकृति प्रदान करने की अपेक्षा जताई गई है। पत्र की प्रतिलिपि प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग मध्यप्रदेश शासन भोपाल को भी आवश्यक कार्रवाई के लिए भेजी गई है।
नर्मदा की उपधारा में बने पुल
दीपेश्वर मंदिर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किए जाने के उद्देश्य सांसद श्री राव द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव के अनुसार एनएच 26 सतधारा से नर्मदा की उपधारा में लगभग 51 मीटर के पुल का निर्माण किया जाकर, मंदिर तक लगभग 1.33 किलोमीटर की सड़क निर्माण को प्रस्तावित किया गया है। जिससे दीपा मंदिर श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए सीधा राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ सकेगा। इससे एक ओर जहां पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा, वहीं श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी।
प्राचीन व अतिशय क्षेत्र है दीपा मंदिर
नर्मदा की दो धाराओं के बीचोबीच टापू पर स्थित दीपा मंदिर रमणीय व आध्यात्मिक केंद्र है। बेहद प्राचीन व पौराणिक महत्त्व वाले दीपा मंदिर में सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा ने तपस्या की थी। धार्मिक दृष्टि से भी दीपा मंदिर का विशेष महत्व है। यहां प्रतिवर्ष नर्मदा पंचकोशी परिक्रमा कर हजारों हजारों श्रद्धालु नर्मदा का जल एकत्रित कर भगवान दीपेश्वर का जलाभिषेक करते हैं। सालभर नौका के द्वारा श्रद्धालुओं का दीपा मंदिर आना जाना लगा रहता है। वर्तमान में यहां सीधे पहुंचने कोई सड़क मार्ग नहीं है। सतधारा से पुल एवं सड़क मार्ग से जुड़ने से इस प्राचीन स्थल का पर्यटन क्षेत्र के रूप में व्यापक महत्व होगा।