डाइट में ईको क्लब प्रभारी शिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न
नरसिंहपुर। प्रकृति हमें जीना सिखाती है।बच्चे अपनी जिंदगी का आधा समय स्कूलों में गुजारते हैं इसलिए बच्चों को प्रकृति से जुड़ाव हेतु प्रकृति भ्रमण कराने ,तंबाकू गुटका रहित बातावरण बनाने,अन्य अच्छी बातें सिखाने उन्हें ईको क्लब से जोड़ा गया है।प्रदूषण केवल बाहरी नहीं होता आंतरिक भी होता है।मनुष्य प्रकृति से अपने स्वार्थों के लिए खिलवाड़ कर रहा है। हमारे ऋषि-मुनि इस बात को जानते थे अतः उन्होंने अपनी संस्कृति में वृक्षों की पूजा का प्रावधान किया था। हम उस देश के वासी हैं जहां नदी,पहाड़ ,पशु-पक्षी, प्रकृति की पूजा होती है।दृढ़ इच्छाशक्ति से हर कार्य किया जा सकता है। उक्त आशय के विचार विगत दिवस डाइट में नरसिहपुर विकासखंड के ईको क्लब प्रभारी शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में एडीपीसी जी एस पटैल,प्राचार्य डाँक्टर अश्विनी चौबे,मास्टर ट्रेनर प्राचार्य संदीप नेमा ने व्यक्त किए।
प्रशिक्षण के दूसरे सत्र में मास्टर ट्रेनर आनन्द नेमा ने उन्मुखीकरण कार्यक्रम में शिक्षकों से संवाद करते हुए विद्यालयों में इको क्लब के गठन,उसके क्रियाकलापों पर विस्तार से बात करते हुए बताया कि विद्यार्थियों के कोमल चित्त पर पर्यावरण की सुरक्षा,संवर्धन व उसके प्रति जागरूक बनाने के लिए राष्ट्रीय हरित कोर योजना भारत सरकार के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का बीजवपन कार्यक्रम है। इस अभिनव योजना में हमारे जिले के 250 विद्यालय सहभागी बन कर विद्यार्थियों को विविध गतिविधियों के माध्यम से पर्यावरण मित्र बनाने का कार्य कर रहे है।यह क्लब विद्यार्थियों के माध्यम से उनके परिवार में भी पर्यावरणीय जीवन शैली को अपनाने के लिए तैयार करने का कार्य करते हैं।जो वर्तमान की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
शिक्षकों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम में नरसिंहपुर विकासखंड के माध्यमिक के लिये विविध गतिविधियों जैसे ईको क्लबों का गठन, बैनर, मोनो, भाषण,लेखन,वाद-विवाद,चित्रकला,दिवाल लेखन प्रतियोगिता,वृक्षारोपण,जल संग्रहण,प्रदर्शनी,हारवेनियम, पोस्टर प्रतियोगिता, प्रकाशन ,शैक्षिक भ्रमण, प्रतिवेदन निर्माण, पुरस्कार, फोटोग्राफी आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बतलाया गया।
कार्यक्रम का संचालन आनन्द नेमा ने एवं आभार प्रदर्शन नेहरू ईको क्लब के प्रभारी शिक्षक आनन्द प्रकाश श्रीवास्तव ने किया।