कलेक्टर श्री सिंह ने प्रतिभागियों से रूबरू होते हुए कहा कि आपको बेहतर एवं उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए उन्होंने पीजी कॉलेज प्राचार्य से कहा कि कॉलेज की फेकल्टी यहां आकर प्रतियोगी परीक्षाओं के विषयों को पढ़ायें। प्रतिभागी अपना फीडबैक देंगे। इसके अलावा कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड लगवाये जायें। लाइटिंग की व्यवस्था बेहतर की जाये। उड़ान क्लासेस उड़ान भरे यह विचार है। जिला प्रशासन की सोच है कि यहां से जुड़ने वाले प्रतिभागी जीवन में अपना अच्छा कैरियर बनायें। इसके अलावा लाइब्रेरी भी तैयार की जाये। जहां प्रतियोगी परीक्षाओं की पत्रिकायें, किताबें आदि उपलब्ध हों। शाम के वक्त भी कक्षायें संचालित की जायें।
उड़ान क्लासेस में कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आप मुझसे मुलाकात कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अच्छे शिक्षक कठिन विषय को भी आसानी से समझा देते हैं। ऐसे ही शिक्षक आपकी कक्षाओं में आकर अध्यापन कार्य करवायेंगे। इस दौरान शिक्षक द्वारा पढ़ाये जा रहे भूगोल विषय के बारे में भी कलेक्टर श्री सिंह ने जानकारी ली। प्रतिभागियों से चर्चा करते हुए कहा कि भारत का नक्शा कितने सेकेंड में बना लेते हैं ? प्रतिभागियों ने कहा कि एक मिनट का वक्त लगता है। इस पर कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि आप इतनी प्रेक्टिस करें कि नक्शा 8- 10 सेकेंड में बन जाये। अगली मुलाकात में वह इसे देखेंगे। यहां आकर नि:शुल्क कोचिंग देने वाले अधिकारीगण एवं शिक्षकों की कलेक्टर ने चर्चा के दौरान प्रशंसा की।
कलेक्टर श्री सिंह ने मौके पर ही आला अधिकारियों को प्रतिभागियों के साथ बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए विस्तृत रूपरेखा बनाने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती विल्सन, विवेक सिंह, साबिर उस्मानी सहित अन्य शिक्षक मौजूद थे।