पुलिस अधीक्षक उज्जैन ने थाना प्रभारी खाराकुआ निरीक्षक एम.एल. मीणा, बीट प्रभारी उप निरीक्षक निरंजन शर्मा, आरएफ 408 शेख अनवर, आरक्षक 1309 नवाज शरीफ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
क्या है मामला
बुधवार को पुराने शहर के खाराकुआं, महाकाल और कोतवाली थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में छह मजदूर सहित सात लोगों की मौत हो गई थी। छत्री चौक, खाराकुआं गली, तेलीवाड़ा, बेगमबाग इलाके से मजदूरों के शव मिले थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की जांच से पता चला कि मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। पुलिस जांच कर ही रही थी कि गुरुवार सुबह दो और मजदूरों के शव मिले। वहीं दो की इलाज के दौरान मौत हो गई।
एसपी ने की कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक उज्जैन मनोज कुमार सिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने प्रथम दृष्टया पाया कि थाना क्षेत्र में जिंजर नामक पेय पदार्थ (कच्ची शराब) की बिक्री होना ज्ञात हुआ संभवत: उसी का सेवन करने से कुछ व्यक्तियों की मृत्यु होने जैसी संवेदनशील घटना को थाना प्रभारी द्वारा गंभीरता से नहीं लिया गया। पदीय कर्त्तव्यों के प्रति बरती गई लापरवाही के लिये थाना खाराकुआ में पदस्थ पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने दिये निलंबन के निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह उज्जैन की घटना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक ली जाकर घटना की जाँच करने और संबंधित थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के निर्देश दिये थे।