एनटीपीसी गाडरवारा मुख्य महाप्रबंधक को निर्देश देते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि एनटीपीसी में आवश्यकतानुसार स्थानीय लोगों को भी रोजगार प्रदान किया जाये। इसके अलावा गांवों में जाकर लोगों को प्रोत्साहित कर नवाचार करने के लिए सहयोग करने कहा। विशेषतौर से युवाओं को एनटीपीसी की तरफ से प्रोमोट करने के निर्देश दिये। साथ ही गांवों में जाकर पराली न जलाने के लिए भी प्रोत्साहित करने कहा। इसके अलावा उन्होंने ऐश प्रोडक्ट्स में भी काम करने के लिए कहा। ऐश ब्रिक्स का इस्तेमाल निर्माण कार्यों में हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा जाये।
वनमंडलाधिकारी नरसिंहपुर महेन्द्र सिंह को वन ग्रामों में कनेक्टिविटी के लिए प्रयास करने के निर्देश भी बैठक में दिये। उन्होंने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की समीक्षा के दौरान कहा कि जहां एप्रोच रोड निर्मित नहीं हुई है, उसके प्रस्ताव बनाकर प्रस्तुत करें। बैठक में उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को ट्रायसिकल का वितरण भी किया जाये, इसको विशेषतौर से किया जाये। जिले में उपार्जन की स्थिति की समीक्षा भी केन्द्रीय मंत्री द्वारा की गई। उन्होंने कहा कि एनव्हीडीए के नहरों से पानी का अपव्यय न हो, इसके लिए प्लानिंग की जायें। सीएमएचओ, सिविल सर्जन राजस्व अधिकारी को मुंगवानी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण के लिए भूमि की लोकेशन अतिशीघ्र देखने के निर्देश भी बैठक में दिये। इसके अलावा उन्होंने मवई, करेली, श्रीनगर में हाईस्कूल भवन निर्माण की जानकारी भी ली। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इन भवनों का लोकार्पण किया जाएगा। साथ ही जिले के चीचली एवं गोरखपुर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के लिए भी प्रस्ताव बनाकर जनजातीय विभाग को भेजा जाये। गन्ना कृषकों को समय पर भुगतान हो, इसके भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। शक्कर नदी गाडरवारा पुल के लिए ब्रिज कार्पोशन से चर्चा कर एस्टीमेट तैयार करने के भी निर्देश उन्होंने बैठक में दिये।
बैठक में कलेक्टर वेद प्रकाश, डीएफओ महेन्द्र सिंह, सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।