झोतेश्वर में महिला एसआई ने गूगल से मंत्र पढ़कर जोड़े को दिलाए सात फेरे
देश की अनूठी शादी नरसिंहपुर जिले में
नरसिंहपुर। गोटेगांव तहसील के झोतेश्वर में देश की अनूठी शादी अक्षय तृतीया के दिन संपन्न् हुई। यहां पर किसी पंडित या पुरोहित ने नहीं बल्कि गूगल से मंत्र पढ़कर महिला एसआई ने वर-वधु को सात फेरे दिलाए। लॉकडाउन में पुलिस के इस नए रूप ने सेवा की नई मिसाल पेश की है। जानकारी के अनुसार श्रीनगर गांव के लक्ष्मण पिता टीकाराम चौधरी का अक्षय तृतीया पर नरसिंहपुर के इतवारा बाजार निवासी ऋतु पिता राजाराम चौधरी से तय हुआ था। दोनों पक्षों के आठ सदस्य झोतेश्वर के शिव-पार्वती मंदिर भी पहुंचे, लेकिन विवाह कराने के लिए कोई पंडित नहीं मिला। चूंकि हिंदू रीति-रिवाज में सात फेरे लेना अनिवार्य था, इसलिए झोंतेश्वर चौकी प्रभारी एसआई अंजली अग्निहोत्री को जब पता चला तो वे मंदिर पहुंची। यहां उन्होंने समस्या जानकर खुद ही मंत्रोच्चार कराने का फैसला किया। उन्हें जितने मंत्र पता थे, उतने पढ़े, शेष के लिए मोबाइल पर गूगल की मदद से विवाह रीति में बोले जाने वाले मंत्रपाठ को पढ़कर विवाह संपन्न् कराया। दूसरी खास बात ये थी कि लक्ष्मण का परिवार पूजन में लगने वाली कई सामग्री नही ले पाया था सिर्फ नारियल ही थे बताशे भी नही थे। जिससे एसआई अंजली ने ही कंही से शकर बुलाई ताकि मीठा की कमी पूरी हो सके।
दीया जलाकर लगाए सात फेरे
इस शादी की एक खास बात ये थी कि सात फेरे के लिए हवनकुंड नहीं जलाया गया था, बल्कि इसके स्थान पर दीया की अग्नि को साक्षी माना गया। एसआई अंजली ने बताया कि मंदिर बंद था जिससे मंदिर की परिक्रमा में फेरे के लिए हवन वेदी के स्थान पर दीया जलाकर रखा गया। मंत्रों के साथ दीए व मंदिर के सात फेरे लगवाए गए। परिणय के सात वचनों के साथ वर वधू को कानूनी प्रावधान बताए गए। पूरे कार्यक्रम दौरान लॉक डाउन के नियमो का पृरी तरह पालन कराया गया।