नरसिंहपुर: किसानों में कोरोना संक्रमण का डर, इसलिए खरीदी केंद्रों पर जाने से बच रहे अन्न्दाता
नरसिंहपुर। जिले में समर्थन मूल्य पर चल रही चना, मसूर एवं गेहूं की खरीदी का कार्य कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है। हालात यह है कि संक्रमण के डर से कई किसान मैसेज मिलने के बाद भी उपज लेकर केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे है जिससे केंद्रों पर जो कर्मचारी नियुक्त हैं उन्हें भी किसानों का इंतजार करना पड़ रहा है। चना-मसूर के 27 केंद्रों पर अब तक करीब 800 क्विंटल चना की ही खरीदी हो सकी है और मसूर की आवक नहीं हुई है। वहीं गेहूं का विक्रय भी अब तक 1161 किसानों से ही हो सका है जिसकी मात्रा भी महज 64792.5 क्विंटल है।
समर्थन मूल्य पर चना,मसूर, गेहूं की खरीदी के लिए बने केंद्रों पर किसानों की आवक लगातार कमजोर बनी है। जिन किसानों को उपज लेकर केंद्र पहुंचने मैसेज मिल रहे है वह भ्ाी उपज लेकर समय पर केंद्र नहीं पहुंच रहे है। जिले भर में गेहूं खरीदी के लिए करीब 48580 किसानों का पंजीयन है। वहीं चना के लिए 25114 व मसूर के लिए 6294 किसानों का पंजीयन है। बावजूद इसके केंद्रों पर किसानों की उपस्थिति बेहद कम हो रही है। चना-मसूर के केंद्रों की तो हालत यह है कि अब तक एक भ्ाी किसान मसूर लेकर केंद्र नहीं पहुंचा है। जिसकी वजह यह कि मसूर के साथ ही चना के दाम भ्ाी मंडियों में ज्यादा मिल रहे है। जिससे किसान केंद्र से दूरी बनाकर मंडियों में पहुंचकर विक्रय कर रहा है। वहीं गेहूं उत्पादन करने वाले किसानों द्वारा भ्ाी उपज ले जाने में इसलिए रूचि नहीं दिखाई जा रही है कि कहीं उन्हें समय पर वाहन, श्रमिक नहीं मिल रहे है और मौसम के कारण फसल कटाई, गहाई का कार्य भ्ाी पिछड़ रहा है। जिले में अभ्ाी भी बड़े पैमाने पर गेहूं फसल की कटाई का कार्य चल रहा है। खरीदी कार्य से जुड़े अधिकारी भ्ाी कह रहे है कि कोरोना के कारण किसानों की आवक प्रभावित हो रही है।
मंडियों में चना-मसूर के दाम ज्यादा होने से किसान केंद्र पर उपज कम ला रहे हैं। अभी तक मसूर नहीं आई है, चना की मात्रा भी करीब 800 क्विंटल है। 27 केंद्रों पर खरीदी कार्य चल रहा है।
राजेश त्रिपाठी, उपसंचालक कृषि
अभी तक 1161 किसानों से गेहूं की खरीदी कर ली गई है। किसानों से संपर्क कर उनसे मैसेज मिलने के बाद उपज लाने कहा जा रहा है। जिससे समय पर उपार्जन कार्य किया जा सके।
शंकर सिंह पटेल, खाद्य निरीक्षक, जिला आपूर्ति विभाग