नरसिंहपुर: वन विभाग के अधिकारी बोले- माफियाओं को संरक्षण दे रहे जनप्रतिनिधि

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नरसिंहपुर। प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री द्वारा ऐसी की तैसी करने वाले बयान पर जिले के वन अधिकारियों ने तीखा रोष जताया है। मंगलवार को उन्होंने राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। जिसमें मंत्री के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। ये भी कहा कि खुले मंच से जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए जाने वाले बयान माफियाओं को संरक्षण देने वाले होते हैं। इससे वन अधिकारियों-कर्मचारियों पर लगातार प्राणघातक हमले बढ़ रहे हैं। स्टेट फारेस्ट रेंज आफिसर्स एसोसिएशन ने कहा कि सार्वजनिक मंच से वनकरि्मयों-अधिकारियों के लिए मंत्री, जनप्रतिनिधि अशोभनीय, अमर्यादित, अप्रत्याशित बातें न कहें। इससे वनक्षेत्र में अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। लगातार हमले की घटनाएं सामने आ रहीं हैं।
इसलिए आक्रोश: ज्ञापन देने पहुंचे जिले के वन अधिकारी अरविंद अहिरवार, श्रुति राठौर, दिनेश मालवीय, एससी जादम ने बताया कि पिछले दिनों वन अधिकार उत्सव दिवस पर मुख्यमंत्री व प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री ने नाकेदार व रेंजरों के विरुद्ध अभद्रत भाषा का प्रयोग किया था। ज्ञापन में कहा गया कि सिर्फ वन ही नहीं राजस्व क्षेत्र में भी अतिक्रमण बढ़ा है। माफियाओं द्वारा वन अमले पर प्राणघातक हमले किए जा रहे हैं। नेपानगर, बुरहानपुर, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, दमोह, भोपाल, रायसेन व खंडवा जिलों में व्यापक स्तर पर अतिक्रमण के मामले सामने आए हैं। इसमें वन क्षेत्रपाल, वरिष्ठ अधिकारी व कई वनकर्मी अकाल मृत्यु को प्राप्त कर चुके हैं। इसके बाद भी शासन के उदासीन व सुस्त रवैए से वन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। उनका संरक्षण खुले मंच से जनप्रतिनिधियों द्वारा किया जा रहा है। इससे वन व वन्यप्राणियों की सुरक्षा में तैनात संपूर्ण वन अमले के मनोबल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। वे खुद को ठगा सा असहज व असुरिक्षत महसूस कर रहे हैं।

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