भारतीय सशस्त्र सेनाएं 14 जनवरी को पूर्व सैनिकों के सम्मान में पूर्व सैनिक दिवस (वेटरन्स डे) मनाएंगी। भारतीय सशस्त्र सेनाओं के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा, ओबीई के सेना में दिए गए अतुलनीय योगदान की याद में यह दिवस मनाया जाता है। फील्ड मार्शल करियप्पा 1953 में इसी दिन सेवानिवृत्त हुए थे। इस दिवस पर हमारे बहादुर सेना नायकों और पूर्व सैनिकों की राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा और बलिदान के सम्मान में और उनके परिजनों के प्रति अपनी एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए देश के विभिन्न सैनिक अड्डों पर पुष्प चक्र अर्पित करने के कार्यक्रम के साथ-साथ पूर्व सैनिकों के लिए सम्मिलन कार्यक्रम (वेटरन्स मीट्स) आयोजित किए जाते हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत के साथ बेंगलुरु स्थित वायु सैनिक अड्डे पर आयोजित ‘वेटरन्स मीट’ में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में हमारे बहादुर सेना नायकों के परिजन, पूर्व सैनिक और पूर्व सैनिकों के विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
राष्ट्रीय राजधानी में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित करने के कार्यक्रम के साथ समारोह की शुरुआत होगी। इस दौरान सेना के वरिष्ठ अधिकारी, कुछ चुनिंदा सेवारत अधिकारी और बहुत से पूर्व सैनिक अधिकारी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस कार्यक्रम के बाद रैना ऑडिटोरियम, एपीएस धौला कुआं में ‘वेटरन्स मीट’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होंगे। नौसेना अध्यक्ष एडमिरल कर्मवीर सिंह इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिक, पूर्व सैनिकों के संगठनों के प्रतिनिधि, रक्षा मंत्रालय और पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए कार्य करने वाले तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे। कोविड पाबंदियों के कारण इस कार्यक्रम में प्रवेश सीमित होगा और सिर्फ आमंत्रित व्यक्तियों के लिए होगा।