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विधायक जालम सिंह पटैल ने फेसबुक लाइव के माध्यम से कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

 नरसिंहपुर। डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर विधायक जालम सिंह पटेल ने फिजिकल डिस्टेंस्टिंग को ध्यान में रखते हुए फेसबुक लाइव के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं व आम नागरिकों से संवाद किया। केंद्र सरकार द्वारा कश्मीर में धारा 370 हटाकर एक विधान, एक प्रधान, एक निशान लागू कर जनसंघ के संस्थापक स्व. डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। यह बात फेसबुक लाइव के जरिए पूर्व राज्यमंत्री व नरसिंहपुर विधायक जालम सिंह पटेल ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।
  उन्होंने कहा कि आजादी के वाद देश की एकता और अखंडता को क्षत-विक्षत करने के वाद भी देश के अभिन्न् अंग व पृथ्वी का स्वर्ग कहा जाने वाला हमारा कश्मीर हमारा नहीं था। क्योंकि वहां पर धारा 370 का दानव खुद हमारे ही देश की तत्कालीन नेहरू सरकार ने वहां बैठा रखा था। जिसके कारण हमारे देश के किसी भी व्यक्ति को वहां जाने, विवाह करने, जमीन आदि खरीदने जैंसी छूट नहीं थी। हिंदू नागरिकों को इस धारा 370 के कारण कितनी यातनाओं को भोगना पड़ा कि वे वहां पर बड़े सरकारी पदों पर नहीं रह सकते थे। वहां से हमारे कश्मीरी पंडितों को भी मार काट कर उनकी जमीन जायजाद लूटकर भगा दिया गया था। उनकी बेटियों महिलाओं के साथ भयंकर अत्याचार किए गए। यह टीस डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के मन में बनी रही। उसे हटाने से समस्त प्रयास विफल हो गए और जिद करके जब वे सांसद रहते हुए वहां विना अनुमति जम्मू कश्मीर में प्रवेश कर गए तो वहां से उन्हे गिरफतार कर जेल भेज दिया गया। 40 दिन बाद वहां से उनकी मौत की खबर आई।
विधायक श्री पटैल ने बताया कि जनसंघ के संस्थापाक ने राजनीति के क्षेत्र में राष्ट्रवादी भावना को प्रखर बनाए रखने के उद्देश्य से जनसंघ की एक नए दल के रूप में स्थापना की थी। जम्मू काश्मीर से पहले धारा 370 रोक जाने एवं बाद में इसे हटाकर पूरे देश भर मेे एक विधान, एक प्रधान, एक निशान की राष्ट्रवादी भावना का संकल्प लिया था। आजादी के तुरंत बाद कांग्रेस की नेहरू सरकार ने देश में बहुत से गलत निर्णय लिए जिनका विरोध श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने किया। जिनमें से धारा 370, 35ए उसी गलत निर्णय का भयानक दुष्परिणाम रहा जिसे पूरा देश 70 वर्षों तक झेलता रहा। लेकिन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने 5 अगस्त 2019 को विकट बहुमत के साथ 370 धारा समाप्त कर जम्मू एवं कश्मीर को पूर्ण रूप से भारतीय मुख्य धारा में शामिल किया गया। इस तरह 70साल वाद डॉ.श्यामाप्रसाद मुखर्जी के एक विधान, एक प्रधान, एक निशान के विचार को लागू कर उनके सिद्धांतों पर चलने वाली जनसंघ की विचारधारा का सुखद परिणाम देश ही नहीं, सारी दुनिया के पटल पर पूर्ण मनोयोग से रख दिया गया है। इससे साफ संदेश भी दिया गया है कि अब अखंड भारत के बीच में आने वाले हर रोड़े को यूं ही साफ कर दिया जाएगा। श्री पटेल ने युवाओं के मार्गदर्शक, पथप्रणेता रहे डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी को भी नमन किया।