नरसिंहपुर : न्यायाधीशों के साथ विधिक अधिकारी-कर्मचारियों ने नर्मदा तट पर की सफाई
नरसिंहपुर। जिला व प्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी में घटता जलस्तर काफी चिंताजनक है। इसके अलावा तटों क आसपास व नदी में प्रवाहित किया जाने वाला कचरा उसके अस्तित्व को खतरे में डाल रहा है। नदी को संरक्षित करने के उद्देश्य से रविवार को न्यायाधीशों के साथ विधिक अधिकारियों-कर्मचारियों व स्वयंसेवियों ने नर्मदा तट पर सफाई की। यहां मौजूद अन्य लोगों को नदी बचाने का संदेश दिया।
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार व जिला न्यायाधीश व प्राधिकरण अध्यक्ष आशा गोधा के मार्गदशर््ान में रविवार को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक बरमान घाट में स्वच्छता व जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया था। इस स्वच्छता अभियान के माध्यम से जिला न्यायालय के न्यायाधीशों, स्थानीय प्रशासन के सदस्यों ने संयुक्त रूप से घाट पर पहुंचे लोगों को नर्मदा नदी का महत्व बताया। उन्हें ये संदेश देने का प्रयास किया गया कि नर्मदा प्रदेश की जीवनदायिनी नदी है लेकिन इसका निरंतर घटता जलस्तर चिंताजक है। नदी के अस्तित्व पर संकट न हो और ये निरंतर प्रवाहित होती रहे, इसके लिए बेहद जरूरी है कि इसे स्वच्छ व साफ रखा जाए। तटों पर गंदगी न होने दी जाए, सभी मिलकर इसके लिए प्रयास करें। न्यायाधीशों ने ये संदेश भी दिया कि हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए मां नर्मदा को स्वच्छ रखना सबका दायित्व नहीं बल्कि अनिवार्य कर्तव्य भी है। इस शिविर में अपर जिला जज जसवंत सिंह यादव, जिला पंचायत सीईओ कमलेश कुमार भार्गव, अपर जिला जज व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव संजय गुप्ता, अपर जिला जज दिनेश देवड़ा, जेएमएफसी अमर सिंह सिसोदिया, अजय कुमार चौहान, कमलेश साहू, दिलीप माहौर के अलावा जनपद पंचायत चावरपाठा के सीईओ रविंद्र गुप्ता, विशेष लोक अभियोजक सूर्य प्रताप सिंह समेत जिला न्यायालय, जनपद पंचायत के कर्मचारी और स्वयंसेवी संगठन, पैरालीगल वालेंटियर्स शामिल रहे। सभी ने कंधे से कंधा मिलाकर नर्मदा स्वच्छता अभियान में श्रमदान किया। नर्मदा नदी में प्रवाहित गंदगी को निकालकर उसका तट पर विनिष्टीकरण कराया।