नरसिंहपुर। जिले की हर्रई प्राथमिक शाला में अतिथि शिक्षक की नियुक्ति में गड़बड़ी करने एवं शिकायतों पर कार्रवाई न होने से परेशान युवती द्वारा इच्छा मृत्यु की अनुमति मांगे जाने के मामले में जांच करने मंगलवार को शिक्षा विभाग की टीम हर्रई पहुंची। संयुक्त संचालक जेएस विल्सन व चांवरपाठा बीईओ की टीम ने प्राथमिक शाला के प्रधानाचार्य सहित पालक शिक्षक संघ के सदस्यों व शिकायतकर्ता राजकुमारी मेहरा के बयान दर्ज किए। संयुक्त संचालक ने बताया कि मामले में 8 से 10 लोगों के बयान दर्ज कर लिए गए है जिसका ब्यौरा वरिष्ठ अधिकारियों को दिया जाएगा और बयानों के आधार पर मामले में आगे जांच होगी। जांच टीम ने करीब ढाई-तीन घंटे तक स्कूल में रहकर मामले से जुड़े लोगों के बयान लिए। मामला यह है कि ग्राम हर्रई निवासी राजकुमारी पिता सोबरन सिंह मेहरा ने बीते दिनों कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर इच्छामृत्यु की अनुमति देने मांग की थी। बीते शुक्रवार को युवती ने ज्ञापन में बताया था कि वह वर्ष 2019 से समस्या निराकरण के लिए लगातार मांग कर रही है। लेकिन समस्या हल नहीं हो रही है।
उसने अतिथि शिक्षक के लिए हर्रई प्राथमिक शाला में आवेदन दिया था। लेकिन प्रधानाचार्य नरेंद्र शाह ने अप्रशिक्षित व्यक्ति को अतिथि शिक्षक रख लिया। जिसकी शिकायत 181 पर की तो प्राचार्य ने समझाकर शिकायत बंद करा दी। इसके बाद आज तक उसे अतिथि शिक्षक के पद पर नहीं रखा गया है। इस संबंध में 30 नबंवर 2019 को शिकायत की गई। पुन: 181 पर शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बल्कि दबाब बनाकर शिकायत बंद करा दी गई। तीसरी बार जब शिकायत की तो फिर बिना सूचना दिए शिकायत बंद कर दी गई। वह गरीब शिक्षित महिला है और आय का कोई जरिया नहीं है। वर्ष 2019 से किसी शाला में नियुक्ति नहीं किया गया है।